-बक्सर-सिकरौल मार्ग पर नारायणपुर पुल बना सेफ जोन
बक्सर खबर। बक्सर-सिकरौल नहर मार्ग पर भारी वाहनों का चलना वर्जित है। क्योंकि यह मार्ग भारी वाहनों के लायक नहीं बना। नहर मार्ग से लगे सैकड़ों गांवों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए इस पथ निर्माण आर डब्लू डी के माध्यम से कराया गया है। सोन नहर प्रमंडल को भी इसकी सख्त हिदासत है। वैसे स्थान जहां से भारी वाहन इस नहर मार्ग पर पहुंचते हैं। वहां बैरियर लगाने का निर्देश हैं। आदेश का अनुपालन करते हुए जगह-जगह बैरियर लगाए भी गए हैं।
लेकिन, कोरानसराय से इटाढ़ी जाने वाले मार्ग पर बैरियर नहीं लगा है। जहां से बालू लदे ट्रक इस मार्ग पर आते हैं। वे कोरानसराय के रास्ते बक्सर तक, इटाढ़ी सरेंजा और सिकरौल लख तक बालू की खेप पहुंचा रहे हैं। इस वजह से हाल ही बनकर तैयार हुआ यह पथ फिर झतिग्रस्त होने को है। समय रहते अगर चिहि्नत स्थानों पर बैरियर नहीं लगे। तो सरकारी निर्देश का उल्लंघन करने वाले सड़क को बर्बाद कर देंगे। सूत्रों ने बताया बालू माफियाओं की सांठगांठ के कारण नारायणपुर लख के रास्ते को खुला छोड़ रखा गया है। हांलांकि इस मार्ग में कई पुल ऐसे हैं।
जिन पर 16 और 18 चक्के वाले गुजरने में परेशानी होती है। बावजूद इसके 12 चक्के वाले डंफर व बालू की अवैध ढुलाई करने वाले ट्रक कोरानराय से सीधे इटाढ़ी होते सरेंजा निकल जाते हैं। इस वजह से सिकरौल मार्ग ही नहीं। कोरानसराय -सरेंजा पथ भी बार-बार खराब होता है। इस संबंध में सोन नहर प्रमंडल बक्सर के कार्यपालक पदाधिकारी राजेश कुमार से पूछा गया तो उन्होंने कहा। मैंने इसकी जानकारी जिलाधिकारी और एसडीओ डुमरांव को दे रखी है। यहां बैरियर लगाने का प्रस्ताव को भेजा गया है। जल्द ही यहां भी नहर पर भारी वाहनों के लिए अवरोध लगा दिया जाएगा।