बक्सर खबर। 21 सितंबर 2019 दिन शनिवार को अंतरराष्ट्रीय शांति दिवस के अवसर पर जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान डुमराव में ‘विश्वशांति में शिक्षा एवं शिक्षक की भूमिका’ विषय पर एक सेमिनार आयोजित किया गया। जिसका उद्धाटन प्रभारी प्राचार्य दानी राय तथा संचालन प्रथम वर्ष की छात्रा खुशबू कुमारी ने किया। विषय प्रवर्तन करते हुए प्रभारी प्राचार्य ने कहा कि सभी देशों के बीच शांति के आदर्शों को प्रोत्साहित करने के लिए संयुक्त राष्ट्र संघ ने वर्ष 1981 से इस दिवस की शुरुआत की थी। हर साल 21 सितंबर को विश्व शांति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
अतिथि व्याख्याता डॉ मनीष कुमार ने कहा कि संपूर्ण विश्व में शांति का स्रोत भारत ही है। शिक्षा की कमी के कारण ही इस्लामिक देशों में आज शांति नहीं है। भारत की शिक्षा पद्धति हमें शांति की शिक्षा देती है। उन्होंने कहा कि आज हमारी युवा पीढ़ी मोबाइल, फेसबुक के कारण पढ़ाई से थोड़ा भटक रही है। शिक्षा के महत्व को समझना जरूरी है। अतिथि व्याख्याता विकास कुमार ने कहा कि विश्व शांति के लिए शिक्षा ही आधारशिला है। शिक्षा ही योग्य नागरिकों का निर्माण करती है। जिनसे समाज अथवा राष्ट्र का उत्थान और सुरक्षा संभव है। शिक्षा के बिना व्यक्ति के जीवन का विकास संभव नहीं। संबोधन करने वालों में खुशबू, शिखा, मंजू, देवानंद, गौरव गौतम, जय श्री, रवि रंजन, अंजलि, अमित, ममता, हिमांशु, अभिषेक, नेहा, नीतू, रोशनी, निशांत, रुखसाना, हसीना, चंदन, आमिर, अश्वनी, सुभाष, शबाना, निजामुद्दीन, प्रकाश आदि शामिल रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में शिव शंकर प्रसाद, सूर्य भूषण कुमार, चंदन मिश्रा, मोहिबुल हक, विजय राय, विमलेश्वर उपाध्याय, सुरक्षा प्रहरी तिवारी शामिल रहे।