बक्सर के कद्दावर नेता का 69 वर्ष की आयु में निधन, हजारों लोगों ने दी अंतिम विदाई बक्सर खबर। जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेता अनिल कुमार त्रिवेदी का शुक्रवार को 69 वर्ष की आयु में असामयिक निधन हो गया। उनके निधन से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। शनिवार को चरित्रवन स्थित श्मशान घाट पर पूरे विधि-विधान के साथ अंतिम संस्कार किया गया, जहां उनके ज्येष्ठ पुत्र प्रिंस त्रिवेदी ने मुखाग्नि दी। स्व. अनिल त्रिवेदी की अंतिम यात्रा उनके अंबेडकर चौक स्थित आवास से निकली, जो स्टेशन रोड, ज्योति प्रकाश चौक, वीर कुंवर सिंह चौक, यमुना चौक स्थित उनके पुराने आवास से गुजरती हुई पीपी रोड होते हुए मुक्तिधाम पहुंची। इस दौरान बड़ी संख्या में राजनीतिक दलों के नेता, कार्यकर्ता, समाजसेवी, बुद्धिजीवी और आम जनता शामिल हुई।
श्मशान घाट पर कांग्रेस, राजद, जदयू और विभिन्न दलों के नेताओं ने स्व. त्रिवेदी को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, राजपुर विधायक विश्वनाथ राम, राजद जिलाध्यक्ष शेषनाथ सिंह, कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज पांडेय, नगर परिषद चेयरमैन प्रतिनिधि निमतुल्लाह फरीदी, पूर्व विधायक श्रीकांत पाठक, बजरंगी मिश्रा, अधिवक्ता राहुल आनंद, शिक्षाविद डॉ प्रदीप पाठक, पूर्व उपमुख्य पार्षद इन्द्र प्रताप सिंह, इफ्तिखार अहमद, ऋषिकेश त्रिपाठी, अरविंद चौबे, डॉ स्नेहाशीष वर्धन, टीएन चौबे, राकेश तिवारी, गोपाल त्रिवेदी, डॉ श्रवण तिवारी, संजय सिंह, डॉ राजेश मिश्रा, डॉ एके सिंह, युवा नेता रामजी सिंह, माइकल पांडेय, पूर्व प्रदेश सचिव कामेश्वर पांडेय, डॉ उमाशंकर पांडेय चौसा प्रखंड अध्यक्ष राजारमन पांडेय, इटाढ़ी प्रखंड अध्यक्ष कमल पाठक, धनजी पांडेय, वशिष्ठ सिंह, दिनेश राय, राम प्रसन्न द्विवेदी, राज ऋषि राय, बुचा उपाध्याय, सुरेश जायसवाल, पप्पू दूबे, शिवाकांत मिश्रा, गुप्तेश्वर चौबे, उनके छोटे पुत्र ईशान त्रिवेदी, श्रीकृष्णा चौबे, विमलेश पाठक, वरिष्ठ पत्रकार व साहित्यकार अरूण मोहन भारवी, अनुराग त्रिवेदी अमित त्रिवेदी, मंटू तिवारी,महताब हुसैन, अफताब हुसैन सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे। जिले के निहालपुर निवासी स्व. अनिल कुमार त्रिवेदी ने कांग्रेस संगठन को मजबूती देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे 2010 के विधानसभा चुनाव में बक्सर सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे थे। उनका राजनीतिक और सामाजिक योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।
त्रिवेदी परिवार की तीन पीढ़ियों की रही ऐतिहासिक राजनीतिक विरासत- स्व. अनिल त्रिवेदी का राजनीतिक सफर गौरवशाली रहा। उनके पिता पं. जग नारायण त्रिवेदी बक्सर क्षेत्र से सबसे अधिक बार विधायक निर्वाचित हुए और बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री भी रहे। वहीं, उनके दादा पं. लक्ष्मीकांत त्रिवेदी बक्सर के प्रथम विधायक थे। उनके निधन से कांग्रेस पार्टी ने एक मजबूत नेता खो दिया, जिसकी भरपाई करना मुश्किल होगा। उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा।