बक्सर खबर। अधिवक्ता चितरंजन सिंह की हत्या में नामजद प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी है। उनके भाई जगमोहन सिंह ने कुल सात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जिसमें खूंटी यादव के दोनों बेटों का नाम शामिल है। बुधवार को ही इनके नाम सामने आ गए थे। ताजा समाचार के अनुसार अभी तक कोई भी गिरफ्तारी इस मामले में नहीं हुई है। प्राथमिकी के अनुसार जिन लोगों का नाम हत्या में आया है। उनमें खूंटी यादव के दोनो पुत्र यशवंत यादव व यमदेव यादव निवासी लालगंज, इन दोनों के मामा उमाशंकर यादव डुमरांव तथा अन्य चार लोग उमाशंकर यादव, वशिष्ठ यादव, विशम्भर यादव, रणजीत सिंह सभी निवासी जगदीशपुर, थाना मुफस्सिल शामिल हैं।
इन सात के अलावा दो अज्ञात का जिक्र भी किया गया है। जो घटना के वक्त अपराध में शामिल थे। अर्थात नौ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है। सूचक जगमोहन सिंह ने कहा है कि मैं अपने एक दूसरे भाई के साथ बाजार आया था। घर लौटने से पहले हम दोनों भाई न्यायालय गए। वहां बड़े भाई से मिले। और साथ ही हम सभी गांव के लिए न्यायालय से निकले। रास्ते में खाली जगह देखकर मैं शौच के लिए रूका। तभी यह घटना हुई। भाई की आवाज सून में उधर दौड़ा तो इन सभी को वहां देखा। जो मेरे भाई पर गोलियां चला रहे थे। पुलिस ने उनका यह बयान दर्ज कर लिया है। मुकदमा संख्या 602/19 में 302 व अन्य धाराओं में का उल्लेख किया गया है। वहीं दूसरी तरफ अपने साथी की हत्या से नाराज अधिवक्ता प्रदर्शन करते नजर आए। सूचना के अनुसार वे शुक्रवार को न्यायालय कार्य का बहिष्कार करेंगे।