बक्सर खबर। श्रावण मास की शिवरात्रि गुरुवार को मनायी जाएगी। इसे महाशिवरात्रि भी कहते हैं। भगवान शिव की पूजा के लिए विख्यात इस महीने में प्रत्येक सोमवार को विशेष पूजा अर्चना के साथ ही शिवरात्रि के दिन श्रृंगार का विधान है। माता पार्वती सहित उनका विशेष रुप से सजाया जाता है।
पंडित नरोत्तम द्विवेदी बताते हैं विधान के अनुसार वैसे तो पूरे दिन श्रृंगार व पूजन, अभिषेक होता है। लेकिन रात्रि वेला में सबसे पहले पंचामृत से अभिषेक होता है। इसके उपरांत श्रृंगार एवं आरती होती है। सभी मंदिरों में इस तिथि को विशेष तैयारी रहती है। महिलाएं और किशोरियां व्रत रख ती हैं। ऐसी मान्यता है मां पार्वती एवं शिव की पूजा करने से महिलाएं सौभाग्यवति एवं कन्याओं को अच्छे वर की प्राप्ति होती है।