बक्सर खबर। लोक आस्था के महापर्व छठ में लोगों का उत्साह देखने लायक रहा। दोपहर तीन बजे से ही लोग छठ घाटों पर पहुंचने लगे। व्रतियों के साथ छोटे बच्चे और युवा भी घाट पर मचलते दिखे। भगवान भास्कर को सबने अर्घ दिया और उन्हें प्रणाम निवेदित किया। भगवान भास्कर के विदा होने तक व्रती घाट पर जमे रहे। लोगों ने दीप जला गंगा में प्रवाहित किया। अर्घ देने के लिए यजमान और पंडित साथ-साथ गंगा जी तक आए। घाटों पर गूंजते लोक मनोहारी गीत भगवान की महिमा का बखान कर रहे थे।
डीएम व एसपी के बने रहने से मुस्तैद रहे पुलिस कर्मी
बक्सर खबर। छठ पूजा के दौरान जिलाधिकारी राघवेन्द्र सिंह सबसे पहले नाथ घाट पहुंच गए। स्वयं कमान संभाल ली और माइक से सुरक्षा का निर्देश देने लगे। उनके साथ पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा, एसडीओ केके उपाध्याय, डीएसपी सतीश कुमार बोट में सवार थे। प्रशासनिक व्यवस्था लचर रही, लेकिन डीएम तब तक जमे रहे। जब तक व्रती घर को नहीं लौट चले। उनके होने के कारण अन्य मातहत अधिकारी और सुरक्षा कर्मी भी ड्यूटी बजाते नजर आए।
प्रकाश से जगमगा रहे थे घाट, जगह-जगह बनी थी भगवान सूर्य की प्रतिमा
बक्सर खबर। छठ का त्योहार वैसे भी मनोहारी होता है। इस दौरान प्रकाश से जगमगाते घाट गंगा की लहरों से देखते ही बन रहे थे। बिहार ही नहीं सामने स्थित उत्तर प्रदेश के घाट भी दीपक और ट्यूब लाइट की रौशनी से जगमगा रहे थे। सारीमपुर से सुमेश्वर स्थान तक हर घाट पर व्रती हजारो-हजार की संख्या में मौजूद थे। जगह-जगह भगवान भास्कर की प्रतिमा बनाई गई थी। वहां युवकों की टोली ने प्रकाश और संगीत का बंदोबस्त किया था। जिससे छठ व्रत के गीत गूंज रहे थे।