-गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ ने पादुका पूजन कर किया रवाना
बक्सर खबर। सिद्धाश्रम में 7 से 15 नवंबर तक आयोजित होने वाले सनातन संस्कृति समागम सह श्री वामनेश्वर -श्रीराम कर्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में भगवान की पादुका लिए रथ मौजूद रहेगा। जो राम जन्मभूमि से चलकर पांच नवंबर की शाम बक्सर पहुंच जाएगा। इसके निमित गुरुवार को लखनऊ में गोरक्षपीठाधीश्वर, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी द्वारा श्रीराम पुरुषार्थ यात्रा सह श्रीराम कर्मभूमि यात्रा का शुभारंभ भगवान श्रीराम के प्रतीक स्वरूप उनके चरण पादुका का पूजन कर किया गया। यह यात्रा अयोध्या होते हुए यहां आएगी। और पांच से 15 तक अहिल्याधाम में विराजेगी।
15 के बाद जनकपुर धाम नेपाल के लिए प्रस्थान करेगी। भगवान राम जब पहली बार अयोध्या से निकले तो बक्सर होते हुए जनकपुर धाम गए थे। उस रूट पर यात्रा के माध्यम से श्रद्धालुओं को प्रमुख स्थानों से परिचय कराया जाएगा। भविष्य में इसे पर्यटन परिपथ के रूप में विकसित किया जाएगा। श्रीराम चरण पादुका के पूजन के कार्यक्रम का शुभारंभ हो गया है। सिद्धाश्रम के इसी महत्व को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 8 नवम्बर को अंतरराष्ट्रीय संत सम्मेलन आयोजित किया गया है।
सम्मेलन के मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत जी होंगे। इसकी चर्चा करते हुए केन्द्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया कि यह यात्रा बिहार में सांस्कृतिक विरासत के सजाने व सवारने में महत्त्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करेगी। बक्सर को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय पहचान मिलेगी। इस मौके पर उत्तर प्रदेश सरकार मंत्री श्री दयाशंकर सिंह, पंडित सुनील भराला, बाबा सत्यनारायण मौर्य आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।