-एक दिन पहले धनसोई से महिला की हुई थी गिरफ्तारी
बक्सर खबर। साइबर ठगों का गिरोह जिले में सक्रिय है। यह ग्रामीण इलाके में भोले-भाले लोगों को झांसा दे उनके बैंक खाते खुलवा रहा है। साथ ही उनके आधार से नए मोबाइल नंबर भी चालू कर रहा है। जिसके आधार पर लोगों को ठगा जा सके। जिले की पुलिस ने इससे जुड़े बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है। इस गिरोह के छह सदस्यों को शनिवार के दिन इटाढ़ी से गिरफ्तार किया गया। जिसमें कुछ झारखंड के हैं और कुछ अपने जिले बक्सर के। रविवार को पीसी के दौरान यह जानकारी सदर डीएसपी धीरज कुमार ने दी। उन्होंने बताया कुछ लोगों के द्वारा इसकी सूचना एसपी सर को दी गई।
ग्रामीणों ने बताया प्रधानमंत्री योजना के नाम पर खाता खुलवाया जा रहा है। जिसमें दस हजार रुपये मिलेंगे। इस नाम पर कई महिलाओं का खाता खोला जा रहा था। सूचना मिलने पर पुलिस टीम ने इटाढ़ी बाजार के पॉल मैरेज हॉल में छापामारी की गई। वहां से चार लोग गिरफ्तार हुए। इनके नाम पिंटू जायसवाल ग्राम शिवपुर, थाना मुरार, सुग्रीव पासवान ग्राम कोपवां, थाना कोरानसराय दोनों जिला बक्सर एवं अजीत कुमार निवासी भुलीनगर, धनबाद, दीपक कुमार हरिणा कॉलोनी बोकारो (दोनों झारखंड) है।
इनके पास से एक्सीस बैंक के 38 इंस्टा कीट, एयरटेल के 20 सिम, जिओ के 5 व वोडा फोन के दो सिम मिले हैं। इसके अलावा कई एटीएम व अन्य उपकरण। डीएसपी ने बताया यह लोग जो खाता खोल रहे थे, अथवा जो नंबर चालू कर रहे थे। वह लोगों को दिया नहीं जा रहा था। संचालक उसे अपने पास रखते थे। पूछताछ में पता चला इसमें दो एक्सिस बैंक के कर्मचारी हैं। जो झारखंड के रहने वाले हैं। उनकी निशानदेही पर दो अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया गया है। कुल सात लोगों के विरुद्ध इटाढ़ी थाने में नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई है।
इस तरह के आरोप में गिरफ्तार हुई महिला
बक्सर खबर। एक दिन पहले ही साइबर थाना में भी इसी तरह की एक शिकायत दर्ज हुई थी। एक महिला गांव में घुमकर महिलाओं का खाता खुलवा रही थी। वह प्रलोभन दे रही थी। आपके खाते में दस हजार रुपये आएंगे। इसमें से दो हजार आपको हमें देना होगा। और आठ हजार आप रखीए। उसने इस तरह कुल 30-35 महिलाओं का खाता खुलवाया था। इसकी जांच करने सदर अंचल के इंस्पेक्टर संजय सिंह को भेजा गया। उन्होंने धनसोई की रहने वाली रिंकी देवी को गिरफ्तार किया। आज उसे भी डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष रजिया सुल्तान द्वारा मीडिया के समक्ष प्रस्तुत किया गया। यह दोनों गिरोह एक्सिस बैंक व बंधन बैंक के खाते खुलवा रहे थे।