बक्सर खबर। इन दिनों हर कोई पत्रकार है। चाहे सच पता हो अथवा नहीं। वे अफवाहों को फैलाने में सबसे आगे हैं। ऐसे लोगों ने सोशल मीडिया को और भी बदनाम किया है। जो राजनीति रुझान रखने वाले हैं। इसका ताजा उदहरण है कांग्रेस अध्यक्ष तथागत हर्षवद्र्धन की वाइरल हुई तस्वीर। जिसमें लिखा गया है। कांग्रेस अध्यक्ष दलित नेता से पैर दबवाते हुए।
ऐसा करने वाले लोग गैर राजनीतिक दल के नहीं कांग्रेस पार्टी के ही हैं। जिन्होंने राजनीतिक लाभ लेने के लिए इस तस्वीर को गलत ढंग से प्रस्तुत किया है। इस संबंध में बात करने पर दलित नेता बताए गए नंद किशोर लाल ने कहा। यह सबकुछ राजनीति लाभ के लिए किया गया है। कुछ दिन पहले मुझे पार्टी में पद मिला है। उसी से जलने वालों ने ऐसी हरकत की है। जो तस्वीर वाइरल की गई है। वह एक वर्ष से भी पुरानी है। तथागत हर्षवद्र्धन से मेरा दोस्ताना संबंध है और हमेशा रहेगा। वह तस्वीर इसकी गवाह है वे फोन पर बात करने में व्यस्त हैं। और मैं हंसते हुए उनसे आग्रह कर रहा था। मेरी भी सुन लिजिए। जिन लोगों ने यह गंदी राजनीतिक की है। उन्हें माकूल जवाब मिलेगा। मुझे जिन लोगों ने दलित बताया है। उनको मैं बता देना चाहता हूं। ऐसा करने वालों के खिलाफ एसटी एससी का मुकदमा करुंगा। चाहें वह मीडिया वाले हों अथवा पार्टी के नेता। बहरहाल इस तरह की घटनाओं से राजनीतिक दल के लोगों को सीख लेने की जरुरत है।