बक्सर खबर। बुढ़े माता-पिता को बेटे ने घर से निकाल दिया है। परेशान पिता ने गांव वालों के सामने गुहार लगाई। सरपंच ने फैसला किया। लेकिन, बेटे ने किसी की बात नहीं मानी। परेशान पिता ने थाने में गुहार लगाई। पुलिस ने उसकी शिकायत दर्ज नहीं की। मुख्यमंत्री द्वारा जारी आदेश की अवहेलना हुई। राज्य में नया कानून बना है। बुढ़े माता-पिता को घर से निकालने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी। पर ऐसा नहीं हुआ तो परेशान शिवनाथ यादव व उनकी पत्नी सावरी देवी ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। जिसकी अर्जी लेकर वे सोमवार को डुमरांव थाने पहुंची। पुलिस ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिया।
पीड़ित के अनुसार उनके दो पुत्र हैं। संतोष बड़ा है। जो मुंबई में रहकर मजदूर करता है। वह समय-समय पर मदद करता है। लेकिन, यहां गांव पर रहने वाला दूसरा पुत्र मंतोष उनके साथ मारपीट करता है। परेशान हो उन्होंने गांव के बाहर झोपड़ी बना जीवन बसर कराना प्रारंभ किया। लेकिन, उनकी दो भैंसे भी बेटा व बहू छीन ले गए। पीड़ित परिवार डुमरांव प्रखंड के नंदन गांव का रहने वाला है। पुलिस का कहना है। इस मामले में उनकी सूचना पर बेटे को थाने बुलाया गया था। चुकी वही बुढ़े माता-पिता का सहारा है। लेकिन, पुलिस के सामने हामी भरने के बाद भी वह उनके साथ अत्याचार कर रहा है। अब उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी तय है। क्योंकि पुलिस अब इस मामले में सख्त कार्रवाई का मन बना चुकी है।