-अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है पुलिस, गुत्थी सुलझाने का प्रयास
बक्सर खबर। आजाद पासवान हत्याकांड में न्यायालय के समक्ष समर्पण करने वाले सोनू तिवारी से पुलिस ने बीते दिन लंबी पूछताछ की। पुलिस ने उन्हें चौबीस घंटे के रिमांड पर लिया था। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को ही उन्हें पुलिस अभिरक्षा में केन्द्रीय जेल से बाहर लाया गया। इस मुकदमे के अनुसंधानकर्ता नावानगर के थानाध्यक्ष नंदू कुमार हैं। उन्होंने वरीय अधिकारियों की मौजूदगी में लंबी पूछताछ की। यह कार्रवाई देर रात तक चली। सच क्या है, सोनू हत्या वक्त कहां थे। उनकी संलिप्तता इस कांड में कहा तक है। पुलिस ने इससे जुड़े सवाल उनसे किए।
हालांकि इस संबंध में पूछने पर पुलिस ने इसे अनुसंधान का विषय बताकर कुछ भी बताने से इनकार कर दिया। आजाद पासवान की हत्या में सोनू का नाम आने की वजह यह है कि वर्ष 2006 में उसके पिता लक्ष्मण तिवारी की हत्या हुई थी। उस मुकदमे की सुनवाई चल रही है। और आजाद पासवान उसके मुख्य आरोपी थे। इसलिए आजाद पासवान के पक्ष के लोगों का मानना है। सोनू तिवारी ने बदले की नियत से ऐसा किया अथवा कराया है। लेकिन, दूसरे पक्ष का कहना है। हमारा मुकदमा तो सुनवाई के अंतिम चरण में था। हम ऐसा क्यूं करेंगे। बहरहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जल्द ही इसका पूरा सच भी सामने आएगा।