बक्सर खबर। कृष्णाब्रह्म के सोवां गांव में 20 जुलाई की रात नंद बिहारी चौधरी की हत्या कर दी गई थी। मृत चौधरी औद्योगिक थाना के मझरियां गांव के रहने वाले थे। उनके परिजनों ने हत्या का आरोप उस परिवार के सदस्यों पर लगाया। जिनके यहां चौधरी रहते थे। लेकिन अब उस हत्या का राज खुल गया है। एसपी राकेश कुमार ने सोमवार को पीसी कर घटना क्रम का खुलासा किया। पूरा मामला किसी फिल्मी कहानी की तरह है। पुलिस के अनुसार इसका मुख्य मास्टर माइंड गुड्डू कुमार पिता अली खान बगेन का रहने वाला है। जांच में जुटी पुलिस को सबसे पहले उसका सुराग मिला। उसका नाम मुकदमें में आया तो पुलिस से बचने के लिए उसने न्यायालय में आत्म समर्पण कर दिया। लेकिन जांच में जुटी पुलिस ने पिछले दिनों उसे रिमांड पर लिया।
पूछताछ में पता चला हत्या में उसका साथ पुराने दोस्त मेघनाथ राम पुत्र बबन राम, ग्राम नीरमपुर, थाना बिहियां, जिला आरा ने दिया था। पुलिस ने जाल बिछाया और मेघनाथ को गिरफ्तार कर लिया। उसके पास से दो देशी कट्टे व पांच जिंदा कारतूस मिले। जिनका उपयोग उन दोनों ने हत्या में किया था। पुलिस के अनुसार हत्या के केन्द्र में एक महिला है। जो सोवां निवासी धर्मेन्द्र रजक की पत्नी है। उसका पति नौकरी करने विदेश चला गया था। वृद्ध नंद बिहारी चौधरी ने उसे पचास हजार रुपये बतौर कर्ज दिए थे। जिसका तगादा करने अक्सर वह धर्मेन्द्र के यहां जाते थे। इस दौरान वे उसकी पत्नी से अश्लील हरकत करते थे। पति की गैर मौजूदगी में उसकी पत्नी का संबंध गुड्डू खान से हो गया था। क्योंकि वह राज मिस्त्री का कार्य करता था। उसके यहां काम करने के दौरान उससे नाजायज संबंध बन गए थे। इस बीच गुड्डू भी उसके यहां आने-जाने लगा। उसने कई बार नंद बिहारी चौधरी को धमकाया भी था।
गुड्डू से सोचा उसे रास्ते से हटा दिया जाए। क्योंकि वह दोनों के बीच में दीवार बनता जा रहा था। साथ ही पचास हजार रुपये की देनदारी से उस परिवार को मुक्त कराना चाहता था। योजना बनाकर वह अपने साथी मेघनाथ के साथ घटना की रात सोवां पहुंचा। तभी गांव से बाहर बगीचे में उसका सामना राकेश यादव से हो गया। रात के दस बज रहे थे। उसने टार्च चलाई जिसकी रोशनी में दोनों नहां उठे। दोनों ने मिलकर राकेश को पहले पीटा और फिर पैर में गोली मार दी। बचने के लिए सरौरा गांव भाग गए। फिर आधी रात के बाद सोवां लौटे और सोते नंद बिहारी की गोली मार हत्या कर दी। लेकिन, बगीचे में मारपीट के दौरान वहां गुड्डू खान का मोबाइल गिर गया था। जो पुलिस के हाथ लग गया। फिर तो बात खुलती चली गई। अंतत: इस खेल का चौथा मोहरा मेघनाथ राम भी गिरफ्तार कर लिया गया। यह जानकारी देते समय एसपी के साथ डुमरांव डीएसपी केके सिंह व कृष्णाब्रह्म की थानाध्यक्ष नीतू प्रिया भी मौजूद रहीं।