बक्सर खबर। डुमरांव से गायब हुए आशीष की बरामदगी अभी तक नहीं हो पायी हैं। 9 अगस्त को उसके पिता गजेन्द्र तिवारी ने अपहरण की प्राथमिकी(289/19) दर्ज कराई थी। घटना दो दिन पूर्व की थी। डीएवी डुमरांव की कक्षा आठ का छात्र स्कूल से लौटने के बाद घर से मंदिर जाने के लिए निकला था। फिर अचानक गायब हो गया। दो दिनों तक परिवार के सदस्यों ने उसकी तलाश की। इसी बीच बेटे के नंबर से ही किसी ने फोन किया और फिरौती की मांग की। परिवार वाले भागे-भागे डुमरांव थाने पहुंचे। तब अपहरण का मामला दर्ज हुआ। दूसरी तरफ पुलिस बरामदगी के लिए हाथ-पांव मारती रही। लेकिन, उसका कुछ पता नहीं चला।
वहीं दूसरी तरफ फिरौती मांगने वाले ने भी वापस फोन नहीं किया। ऐसे स्थिति में मामला उलझता चला गया। पुलिस कप्तान उपेन्द्र नाथ वर्मा भी जिले से बाहर थे। यहां प्रभारी एसपी काम देख रहे थे। जिला मुख्यालय वापस लौटेते ही एसपी ने इस मामले की विस्तृत जानकारी ली। डुमरांव टेक्सटाइल कालोनी में रहने वाले उसके परिजनों से भी पूछताछ की। अंतत: उन्होंने आशीष की बरामदगी के लिए स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया। इस टीम में मुख्यालय डीएसपी अरूण कुमार गुप्ता, डुमरांव के इंस्पेक्टर दयानंद प्रसाद, डुमरांव के थानाध्यक्ष कपिलदेव पासवान, एसआई धमेन्द्र कुमार व डीआइयू टीम के आलोक को इसमें शामिल किया गया है। इसकी जानकारी देते हुए एसपी वर्मा ने कहा है कि टास्क फोर्स का नेतृत्व डुमरांव के प्रभारी डीएसपी करेंगे। साथ ही प्रगति से हमें रिपोर्ट करेंगे।