बक्सर खबर : छात्रों के उपद्रव में बक्सर स्टेशन तबाह हो गया। स्टेशन में घुसे उपद्रवियों ने बगैर किसी खौफ के जो चाहा वह किया। या यूं कहे तीन घंटे तक स्टेशन का पूरा इलाका उनके कब्जे में रहा। दरवाजे के शीशे से लेकर छत के नीचे लगे पंखों को भी उन्होंने नहीं छोड़ा। प्रतीक्षालय से लेकर पूछताछ केन्द्र में उत्पाद मचाया। रेलवे ट्रैक पर पटरी रख दी। इटाढ़ी रेलवे क्रासिंग पर मुफस्सिल पोस्ट का सारा सामान रखकर उन्होंने जला दिया।
इस बीच सदर एसडीओ गौतम कुमार व डीएसपी शैशव यादव वहां पहुंचे। लेकिन पुलिस फोर्स के इंतजार में वे आगे नहीं बढ़ सके। जिसका नतीजा यह हुआ कि उन्हें भी अपनी जान बचाने के लिए भागना पड़ा। बाद में तीन बजे के बाद जब डीएम अरविंद कुमार वर्मा एसपी राकेश कुमार वहां हेलमेट लगाकर पहुंचे। तब उपद्रवियों को खदेड़ा जा सका। पुलिस और आम लोगों ने मिलकर पटरी पर रखे सामान, लोहे की खुली पटरियों को हटाया। इस दौरान कुल छह लोगों को हिरासत में लिया गया। पूछने पर डीएम ने कहा इस मामले में केश दर्ज किया जा रहा है।
भाग खड़े हुए आरपीएफ और जीआरपी वाले
बक्सर : स्टेशन पर जब उपद्रव शुरु हुआ तो रेलवे सुरक्षा बल और रेल थाना के लोग भाग खड़े हुए। रेलवे की संपति और यात्रियों की सुरक्षा उनके सामने कुछ नहीं थी। वे अपनी चौकी तक को नहीं बचा सके। थाने में घूस उन लोगों ने सारा सामान तोड़ दिया और कुर्सी तथा अन्य सामान पटरी पर फेंक दिए।
लूटने से बच गया टिकट काउंटर
बक्सर : स्टेशन परिसर में दाखिल हुए उपद्रवियों बुकिंग काउंटर को भी निशाना बनाया। लोहे का दरवाजा अंदर से बंद था। इस लिए वह लूटने से बच गया। लेकिन वहां लगे शीशे और सभी कम्प्यूटर, प्रिंटर उन लोगों ने तोड़ दिए। इस वजह से लगभग पांच घंटे तक बुकिंग काउंटर बद रहा। न पैसेंजर गाड़ी का टिकट कटा न ही आरक्षण टिकट कटे। जब रेलवे परिचालन शुरु हुआ। तब जाकर दानापुर से यहां कम्प्यूटर आए और टिकट काउंटर चालू हो पाया।
चंद मिनट में हट गया अतिक्रमण
बक्सर : रेल पुलिस के सामने स्टेशन के बाहर लगी अवैध दुकानें भी महज कुछ मिनट में वहां से हट गई। अंदर हंगामा होते देख सभी ठेले, खोमचे वाले वहां से फरार हो गए। स्टेशन का बाहरी परिसर महज कुछ मिनट में पूरी तरह साफ हो गया।