बक्सर खबर। अपना जिला आध्यात्मिक नगर है। यहां सावन शुरू होते ही शहर, नगर और डगर सब बम-बम करने लगते हैं। यहां सोमवार को शिवालाय गुंजते हैं। और रविवार को रामरेखा घाट व शहर की सड़के। क्योकि विभिन्न शिव मंदिरों में जल चढ़ाने वाले लोग रविवार को दिन में यहां से जल उठाते हैं। इस लिए शहर एक दिन पहले ही गुलजार हो जाता है। अर्थात प्रशासन सोमवार की तैयारी में रहता है। लेकिन, अपने रामरेखाघाट पर रविवार की सुबह से ही कावरियों का आना जाना शुरू हो जाता है। सर्वाधिक भीड़ शाम में होती है। क्योंकि तब ब्रह्मपुर में जल चढ़ाने वाले लोग यहां से गंगाजल उठाते हैं। पूरी रात एनएच पर लोगों का आना-जाना लगा रहता है। यही हाल अन्य प्रमुख मार्गों का भी होता है।
जहां श्रद्धालुओं की सेवा के लिए गांव वाले पूरी रात, पानी, चाय, दवा और प्रकाश एवं ठहरने का इंतजाम करते हैं। इस व्यवस्था के बीच आज प्रशासनिक पदाधिकारियों ने भी गंगा घाटों का जायजा लिया। डीएम राघवेन्द्र सिंह व एसपी उपेन्द्रनाथ वर्मा दोपहर में रामरेखाघाट का निरीक्षण करने गए। क्योंकि सर्वाधिक भीड़ वहीं होती है। पूछने पर डीएम ने कहा इस वर्ष हर घाट पर प्रकाश का बंदोबस्त किया गया है। जिससे आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न हो। गंगा किनारे कंट्रोल रुम बनाया गया है। जिससे किसी भी विषम परिस्थिति में सहायता पहुंचाई जा सके। गोताखोर भी तैनात किए गए हैं। ब्रह्मपुर के बारे में पूछने पर उन्होंने बताया वहां भी विशेष इंतजाम किया गया है। तालाब पर नजर रखने के लिए पर्याप्त संख्या में गोताखोर, महाजाल की व्यवस्था भी हुई है। डीएम के साथ सदर एसडीओ केके उपाध्याय, डीएसपी सतीश कुमार व अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।