बक्सर खबर। पुलिस व्यवस्था को चुस्त करने के लिए बड़ी विभागीय कार्रवाई की तैयारी चल रही है। अब जिले में विधि व्यवस्था और केस के अनुसंधान के लिए अलग-अलग पुलिस पदाधिकारी होंगे। अर्थात केस का अनुसंधान करने वाले पुलिस पदाधिकारी अब कोई बहाना नहीं बना सकेंगे। क्योंकि उनका काम ही अलग कर दिया गया। सूचना के अनुसार पुलिस कप्तान ने जो टीम बनाई है। उसमें जिले के 22 थानों में कुल 57 पुलिस पदाधिकारी विधि व्यवस्था का काम संभालेंगे। 62 लोगों को अनुसंधान का कार्य देखेंगे। इसकी सूची बनकर तैयार है।
प्रशासनिक सूचना के अनुसार इन बाइस थानों में अनुसूचित जाति थाना शामिल नहीं है। क्योंकि उसका काम विधि व्यवस्था संभालना नहीं है। विधि व्यवस्था के लिए लिहाज से बक्सर नगर, मुफस्सिल और राजपुर को संवेदनशिल माना गया है। वहां जांच से विधि व्यवस्था संभालने वालों की संख्या दी गई है। यह कदम पुलिस व्यवस्था को चुस्त करने के लिए उठाई गयी है। लंबे समय से इसकी जरुरत बतायी जा रही थी। पुलिस जांच एजेंसी भी है और विधि व्यवस्था का ख्याल भी रखती हैं लेकिन, इनका काम एक होने से कानूनी प्रकिया प्रभावित होती है।
जिसे अब इस आदेश के तहत अलग-अलग किया जाएगा। इसके अलावा थाना मैनेजर की तैनाती भी इसी का हिस्सा है। अपने जिले में कुल 23 थाना मैनेजर तैनात होंगे। जिनका चयन थाने में तैनात पुलिस कर्मियों में से ही करना है। विभाग ने यह तय किया है। जो कर्मी स्नातक उत्तीर्ण होगा। साथ ही उसका सर्विस रिकार्ड गैर विवादित होगा। उसका चयन थाना मैनेजर के पद पर होगा। यह काम भी जिले में लगभग पूरा हो चुका है।
नजर डालते हैं थाने में तैनात पदाधिकारयिों पर
बक्सर खबर।
थाना अनुसंधानकर्ता पदाधिकारी लाॅ एण्ड आर्डर पदाधिकारी
नगर थाना 07 07
मुफस्सिल थाना 07 07
इटाढ़ी थाना 03 04
राजपुर थाना 03 06
धनसोई थाना 03 02
डुमरांव थाना 04 03
कोरानसराय थाना 01 01
मुरार थाना 01 01
नावानगर थाना 03 03
सिकरौल थाना 01 01
ब्रह्मपुर थाना 04 04
बगेन थाना 01 01
सिमरी थाना 03 03
अद्यौगिक थाना 05 05
कृष्णाब्रह्म थाना 01 03
नैनिजोर थाना 01 02
चक्की ओपी 02 01
बासुदेवा ओपी 01 01
भोजपुर ओपी 03 03
सोनवर्षा ओपी 01 01
तिलक राय ओपी 01 01
रामदास ओपी 01 01