– वर्ष 2018 में सिमरी के डा. को दस हजार रूपए लेते रंगे हाथ पकड़ा था निगरानी ने
बक्सर खबर । कैबिनेट की बैठक में सिमरी प्रखंड के तत्कालीन चिकित्सा पदाधिकारी सदाशिव पांडेय को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। डॉ सदाशिव पांडे को वर्ष 2018 में रिश्वत लेते निगरानी विभाग की टीम ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद से वो निलंबित चल रहे थे। सरकार ने उन्हें बर्खास्त करने का फैसला लिया है। ज्ञात हो कि सिमरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ.सदाशिव पर छोटका राजपुर गांव की रहनेवाली एक आशाकर्मी ने काम पर वापस रखने के लिए घूस मांगने की शिकायत निगरानी से की थी।
आशाकर्मी को कुछ दिनों पूर्व कार्यो में लापरवाही का आरोप लगाकर निलंबित किया गया था। पटना से पहुंची निगरानी की टीम में डीएसपी मुन्ना प्रसाद के नेतृत्व में सुबह से ही पीएचसी के आसपास जाल बिछा रखा था। जैसे ही चिकित्सा पदाधिकारी ने पैसे लिए, सादे वेश में आसपास खड़े निगरानी विभाग के अधिकारियों ने उन्हें दबोच लिया।
कोर्ट में देंगे चुनौती – डॉक्टर सदाशिव
बक्सर खबर । रिश्वत मामले में विभागीय कार्रवाई चल रही थी। हाईकोर्ट में मुकदमा दायर किया था। जिसमें मुझपर अबतक कोई आरोप साबित नहीं हुआ है। विभाग की ओर से मुझे कोई लिखित जानकारी नहीं मिली है। हमने न्यूज के माध्यम से सुना है कि मुझे बर्खास्त कर दिया गया है। न्यायालय पर हमें भरोसा है। इस फैसले को कोर्ट में चुनौती देंगे। -सदाशिव पांडेय, आरोपित डॉक्टर