-मच्छर मारने में विफल नगर परिषद की नजर केवल बजट पर
बक्सर खबर। ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। सर्द हवाओं ने इसकी जलवे को और बढ़ा दिया है। लोग राह चलते इसका असर महसूस कर रहे हैं। हालांकि बंद कमरों में प्रभाव कम है। लेकिन, जो तेवर हैं, वह बता रहे हैं। इसमें और इजाफा होगा। लेकिन, नगर परिषद खामोश है। दूसरी तरफ जिला प्रशासन ठंड से बचने की सलाह जारी कर रहा है। अर्थात ठंड को कागजी तेवर से कमजोर करने का प्रयास जारी है। लेकिन, ऐसे अनेक लोग हैं।
जिनकी जिंदगी शीशे की बंद गाड़ियों और कमरों में नहीं कटती। बाहर निकला उनकी जरूरत है और मजबूरी भी। ऐसे में सार्वजनिक स्थानों पर अलाव का इंतजाम जरूरी है। पूछने पर नगर परिषद के मुख्य पार्षद प्रतिनिधि नियमतुल्ला फरीदी ने कहा। इस सिलसिले में कार्यपालक पदाधिकारी से बात की जाएगी। हमने भी उनसे बात करने का प्रयास किया। लेकिन, दूरभाष पर संवाद स्थापित नहीं हो सका। हालांकि, जब मोटे आवंटन वाले काम होते हैं तो नगर परिषद फुर्ति से काम करता है।
रही बात ठंड में अलाव के इंतजाम की तो उसके लिए आवंटन की जरूरत तो पड़ेगी। और उसका रास्ता साफ होते ही नगर परिषद लकड़ी की आग की तरह उसे ताप जाएगा। एक साथी ने ठंड में अलाव के विषय पर खबर लिखने की सलाह दी। और व्यंग भी किया। मोटे-मोटे मच्छर भी शहर में कसरत कर रहे हैं। लेकिन, यहां का नगर परिषद छिड़काव भी नहीं करता। इन सबों को आखिर क्या तकलीफ है जो लोगों की समस्याएं नजर नहीं आती।