-17 को चरित्रवन में बनेगा लिट्टी चोखा
बक्सर । बक्सर का विख्यात पंचकोशी परिक्रमा मेला रविवार 13 नवंबर से प्रारंभ हो रहा है। पहला पड़ाव अहिल्याधाम अहिरौली है। जहां त्रेता युग में माता अहिल्या का उद्धार हुआ था। पांच दिनों तक चलने वाले मेला में शामिल होने के लिए देश के कई हिस्सों से लोग पहुंचते हैं। दूसरा पड़ा अगले दिन नदांव में लगता है। जहां नारद मुनि तपस्या किया करते थे। यहां नर्वदेश्वर महादेव का मंदिर भी है। यहां खिचड़ी चोखा का प्रसाद खाया जाता है। तीसरे दिन भभुअर में मेला लगेगा।
जहां भार्गव ऋषि का आश्रम हुआ करता था। यहां चूड़ा-दही का प्रसाद ग्रहण करने का विधान है। चौथा पड़ाव उद्दालक मुनि के आश्रम नुआंव में लगता है। जहां सत्तू व मूली का प्रसाद ग्रहण किया जाता है। पांचवें दिन चरित्रवन में लोग लिट्टी-चोखा लगाते और खाते हैं। जहां महर्षी विश्वामित्र जी का आश्रम हुआ करता था। यहां भगवान राम व लक्ष्मण जी ने यही प्रसाद ग्रहण किया था। यह परंपरा तब से चली आ रही है। इसको लेकर लोगों को इंतजार रहता है। वह घड़ी अब आ गई है।