बक्सर खबर। नव वर्ष 2020 का आगमन हो चुका है। उसके आगमन से पूर्व 31 दिसम्बर से ही पार्टी मनाने का दौर शुरू हुआ। जो 1 जनवरी की देर रात तक चला। मस्ती का आलम यह रहा कि 31 तारीख को जगह-जगह पार्टियों का आयोजन हुआ। इस बीच बधाइयों का सिलसिला चला। नए वर्ष के दिन बहुत से लोग मंदिरों में मत्था टेकने पहुंचे। बहुतायत की संख्या में लोगों ने नौका विहार किया। कुछ लोग नौका से ही मंगलाभवानी मंदिर गए। वहां भी मेले जैसा नजारा रहा। इस बीच सबसे ज्यादा सामत आई मुर्गो पर।
नया साल मनाने वालों की कतार मांस बेचने वालों की दुकान पर लगी रही। कितने मुर्गे और बकरे इस वर्ष के आगमन पर कुर्बान हुए। इसका ब्योरा देना संभव नहीं। क्योंकि इसका कोई अधिकारिक आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। लेकिन, मुर्गो की चींख किसी ने सुनी नहीं। क्योंकि उन्हें पाल कर ही रखा गया है। काट कर बेचने के लिए। प्याज की महंगाई पर आवाज उठाने वाले लोग ऐसी बातों पर ध्या नहीं देते। क्योंकि वे तो न्यू ईयर मानते हैं।