-गुरुवार की रात हुई थी जांच, लेकिन धंधेबाजों ने कर दिया था खेल
बक्सर खबर। 18 अप्रैल को बक्सर में गंगा नदी पर बना नया पुल आवागमन के लिए खोल दिया गया। इसके साथ ही शुरू हो गया बालू की अवैध ढुलाई का खेल। इस पर नकेल लगाने के लिए शुक्रवार की रात स्वयं डीएम अंशुल अग्रवाल गंगा सेतु पहुंच गए। उन्होंने वहां का हाल जाना और साथ ही एनएच 922 पर दलसागर गांव के पास बने टोल प्लाजा का हाल जानने भी गए। जहां वाहनों की जांच के लिए धर्मकाटा लगा है।
वहां की जांच प्रणाली को उन्होंने बारीकी से समझा। क्या वहां से ओवरलोड ट्रक बगैर जांच के गुजर सकते हैं। डीएम ने स्वयं इसकी पड़ताल की। हालांकि रात के वक्त वे जांच को निकले तो एसपी मनीष कुमार, सदर एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्रा, डीएसपी गोरख राम व अन्य पदाधिकारी भी वहां पहुंचे। लेकिन, उनके आगमन की सूचना पाते ही पूरी सड़क खाली हो गई। जहां एनएच पर सड़क पार करना मुश्किल होता हैं।
लेकिन, जब तक डीएम वस्तुस्थिति का आकलन करते रहे। एक भी ट्रक उधर से नहीं गुजरा। जो इस बात का संकेत था कि बालू के दलालों का नेटवर्क कितना मजबूत है। सूचना मिलते ही सारे के सारे सड़क से किनारे हो गए। लेकिन, डीएम के अभियान से एक लाभ तो हुआ है। जिस तरह धड़ल्ले से ट्रक बालू लेकर रात को पिछले दो दिन से गुजर रहे थे। उनकी रफ्तार थम गई है।