-सरकार की नीति व अधिकारियों के नखरे से परेशान है पंचायत प्रतिनिधि
बक्सर खबर। राज्य सरकार की नीति से मुखिया परेशान हैं। क्योंकि सरकार किसी की सुनती नहीं और अधिकारी अपनी वाली करने से बाज नहीं आते। बार-बार हम लोग इसका विरोध कर रहे हैं। अधिकारी आश्वासन भी देते हैं। लेकिन, उसका कोई सार्थक परिणाम निकल कर सामने नहीं आता। ऐसी ही चलता रहा तो हम लोग सरकारी योजनाओं का बहिष्कार करेंगे। प्रधानमंत्री आवास हो अथवा वृद्धा पेंशन। हर योजना में मुखिया और निर्वाचित प्रतिनिधियों के अधिकार का हनन हो रहा है। यह बातें बुधवार को मुखिया संघ की बैठक में उठी।
जिसकी अध्यक्षता अनिल सिंह मुखिया राजपुर व संचालन पवनी मुखिया के प्रतिनिधि रोहित ओझा ने किया। बतौर मुख्य अतिथि प्रदेश अध्यक्ष मिथिलेश कुमार राय भी उपस्थित रहे। उन्होंने कहा कि हम लोग पहले भी अपना विरोध जता चुके हैं। लेकिन, लगातार हमारे अधिकारों का हनन हो रहा है। स्ट्रीट लाइन, मनरेगा, पंचायत सरकार भवन हर जगह मनमानी हो रही है। अगर हमारी मांगों को अनसुना किया गया तो केंद्र व राज्य सरकार के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। जरूरत पड़ी तो हम न्यायालय भी जाएंगे। इसके लिए 16 अगस्त को आंदोलन की रूपरेखा बनी।
वहीं राजपुर मुखिया अनिल सिंह ने कहा कि पिछले माह भी बैठक हुई थी। संघ के लोगों ने डीएम से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपा। आश्वासन भी मिला लेकिन, कोई सुधार नहीं दिख रहा। लोग परेशान होते हैं तो मुखिया के पास शिकायत लेकर आते हैं। आज हालत ऐसी है कि कबीर अंत्येष्टि योजना में कोई दुखी परिवार आता है तो हम लोगों को अपनी जेब से रुपये देने पड़ते हैं। वहीं दूसरी तरफ मुखिया संघ की जिलाध्यक्ष रेखा देवी ने कहा कि प्रशासनिक पदाधिकारी, प्रखंड स्तर पर कार्यरत पदाधिकारी और मुखिया के मध्य तालमेल नहीं है।
जिसका नतीजा यह है कि सिर्फ पंचायत और जिला नहीं हमारे प्रदेश की बदनाम हो रही है। और प्रदेशों की प्रगति बिहार से ज्यादा है। बैठक के दौरान कविता देवी, ज्योति गुप्ता, ज्ञानप्रकाश उपाध्याय, श्रीभगवान सिंह, उपेंद्र सिंह, गामा यादव, मुन्ना चौबे, मुन्ना सिंह, मदन राम, भोला सिंह, राजेन्द्र सिंह, अनिल चौबे, दिवाकर सिंह, अरविंद राम, प्रमोद पांडेय, धर्म कुमार सिंह, विनोद नट, चंदन कुमार पाल, असगर अली, अजीत यादव समेत जिले भर के अनेक मुखिया उपस्थित रहे।