-पहले भी करा चुके हैं इस तरह की कार्रवाई
बक्सर खबर। हैदराबाद एनकाउंटर की आवाज आज शुक्रवार को पूरे देश ने सूनी। सुबह होते ही यह पहली खबर लोगों को मिली। महिला चिकित्सक के साथ गैगरेप कर हत्या करने वाले चारो आरोपी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। फिर क्या था, पूरे देश का जनमानस झूम उठा । सबने इसकी तारीफ की। हांलाकि सबने कानून के पालन की बात कही। लेकिन, नौजवानों और महिलाओं ने कहा। देश के प्रत्येक राज्य की पुलिस को ऐसा करना चाहिए। इस चर्चा के बीच यह जानना जरुरी है कि इसका श्रेय किसको जाता है। मीडिया की माने तो तेलंगाना के आइपीएस वीसी सज्जनार इसके असली नायक हैं। वे राज्य की जनता के लिए किसी हीरो से कम नहीं है।
1996 बैच के आइपीएस अधिकारी ऐसा ही कारनामा 2008 में कर चुके हैं। जब वे बारंगल के एसपी हुआ करते थे। वहां इंजीनियरिंग की छात्रा पर तीन युवकों ने तेजाब फेंक दिया था। क्योंकि उसने एक युवक का प्रेम प्रस्ताव ठुकरा दिया था। जब उन तीनों को गिरफ्तार किया। उसके कुछ घंटे बाद ही उन सभी का एनकांउटर हुआ था। उसी समय वे हीरो की तरफ पूरे राज्य में चर्चित हो गए थे। जब वे स्पेशल इंटेलिजेंस के ब्रांच में थे। तब नक्सली कमांडर नई मुदि्दन को मार गिराया था। फिलहाल यह घटना जहां हुई है। वीसी सज्जनार उस प्रक्षे़त्र के कमिश्नर हैं। भारतीय पुलिस सेवा में इतना जोखिम लेने वाले कम ही अधिकारी हैं। जिनमें सज्जनार एक हैं। हांलाकि ऐसे लोगों को न जाने कितनी मुश्किलों का सामना करना होता है। फिर भी प्रशंसा तो होनी ही चाहिए।