बक्सर खबर : डीएम राघवेन्द्र कुमार सिंह शनिवार को ब्रह्मपुर प्रखंड व अंचल कार्यालय का निरीक्षण कनरने पहुंचे। जहां एक-एक कर फाइलों को खंघाला। जैसे-जैसे फाइल देखते जा रहे थे। वैसे-वैसे उनका पारा चढ़ता जा रहा था। उन्होनें जमकर प्रखंड व अंचल कर्मचारियों की क्लास लगाई। इसके अलावे अंचल के प्रधान लिपीक, सहायक व नाजीर का बेतन बंद करने का आदेश दिया। प्रखंड कार्यालय में चार पंचायत सचिवों को नरेगा में मानक के तहत काम नहीं पूरा होने पर वेतन कटौती के अलावे पपत्र क गठीत करने का आदेश दे डाले।
डीएम ने बताया कि लगता है यहां कोई काम ही नहीं होता है। पांच वर्षों से फसली क्षतिपूर्ति की राशि वैसे ही पड़ी है। इसके अलावे कई खातों को बंद करने का आदेश दिया गया था। आदेश के बावजूद भी वे खाते यहां संचालित हो रहे हैं। राजस्व वसुली में प्रखंड सबसे पिछे है या कहे वसुली हुई ही नहीं है। नजारत की स्थिति काफी दयनीय है। प्रखंड के राजस्व कर्मचारियों को बेसिक जानकारी तक नहीं है।
जिसको लेकर विशेष प्रशिक्षण शिविर का आयोजन जिला मुख्यालय में किया जायेगा। अंचल के प्रधान लिपिक रिटायर्ड हो चुके है। नए को काम को लेकर बेपरवाह है कौन सी चिठ्ठी आई है और कौन सी निर्गत हुई उन्हें मालूम ही नहीं। उन पर बेतन बंद के साथ विभागीय कार्रवाई की जायेगी। स्वच्छता में भी कार्यालय पिछड़ा हुआ है। फाइल देखों या कार्यालय नहीं लगता कि यहां काम होता है। डीएम राघवेन्द्र ने बताया कि सभी कामचोर कर्मचारियों की लिस्ट बनाई जा रही है उनपर विभागीय कार्रवाई की जायेगी।