-अनजान महिला को शरण देना बना घातक, गांव में सक्रिय है ऐसा गिरोह
बक्सर खबर। किसी अनजान महिला को शरण देना कितना घातक हो सकता है। यह खबर उसी का उदाहरण है। घर में अकेली रहने वाली रेखा देवी को एक अनजान महिला ने सिर्फ लूटा ही नहीं मरने के लिए घर में अकेला छोड़ दिया। हालांकि उनकी किस्मत ने साथ दिया। दूध देने वाले पड़ोस की महिला के कारण उनकी जान बच गई। घटना नावानगर के सहायक थाना बासुदेवा ओपी के शिवपुर पश्चिमी गांव की है। गुरुवार की शाम रेखा देवी के घर एक महिला आई और कहा मैं आपके मायके नवादा की रहने वाली हूं। उसने कहा मेरी बेटी को गोविनापुर गांव का एक युवक लेकर भाग गया है। मैं बहुत परेशान हूं। मारे लाज शर्म के गांव भी नहीं जा रही हूं।
अधेड़ महिला ने जब उसका दर्द जाना तो घर में उस दिन रुकने को जगह दी। उसी महिला ने शाम खाना बनाया। और भोजन में कोई नशीला पदार्थ मिला दिया। जिसे खाने के बाद रेखा देवी बेहोश हो गई। मौका देख उस ठग महिला ने अलमारी, बक्से आदि में रखे सारे आभूषण निकाल लिए। तड़के सुबह बाहर से दरवाजा बंद कर निकल गई। उधर जब दिन के आठ बजे तो पड़ोस की एक दूसरी महिला उनके घर पहुंची। जिसके यहां से रेखा देवी रोज दूध लेने जाती थी। उसने देखा आज वह नहीं आई। तो उनके घर पहुंची। देखा बाहर से गेट बंद है।
उसने कुछ देर इंतजार किया। लेकिन, घंटे भर बाद भी वह नहीं आई तो वह महिला दरवाजा खोल अंदर दाखिल हुई। अंदर का नजारा देख वह दंग रह गई। क्योंकि रेखा देवी बेहोश पड़ी थीं। उसने गांव वालों को खबर दी। उन्हें अस्पताल ले जाया गया। ग्रामीणों ने बताया रेखा देवी के पति फौज में थे। सेवानिवृत होने के बाद रेलवे में नौकरी करते हैं। बेटे भी नौकरी करते हैं। वह घर में अकेली थी। जिसका लाभ उस ठग ने उठाया। ग्रामीणों के अनुसार यह चोरी दस लाख से अधिक की है। पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। लेकिन, यह घटना अनजान लोगों को घर में प्रवेश न देने की सीख दे रही है।