बर्फीली हवाओं के बीच सभी सही-सलामत, रात तक चोटी से नीचे उतरने की उम्मीद बक्सर खबर। बर्फीले हवाओं और कम आक्सीजन के बीच स्वीप यूथ आइकॉन अभिराम ने हिमालय की चोटी गोइचला प्वाइंट 2 पर कंचनजंघा के समक्ष अभी- अभी तिरंगा लहराकर स्वीप जागरूकता का संदेश दिया। अभी वह अपनी पूरी टीम के साथ चोटी से नीचे की तरफ लौट रहे हैं। मौसम बहुत अनुकूल नहीं है बक्सर खबर की पूरी टीम उन सभी के सकुशल लौटने की कामना करता है। उनके साथ फाउंडेशन स्कूल के प्राचार्य विकास ओझा,शिव प्रकाश द्विवेदी, आशीष मिश्रा एवं सत्यम कुमार है। 31 दिसंबर को अभिराम के नेतृत्व में रुद्रा गुरुकुल की टीम सिक्किम हिमालय में चढ़ाई शुरू कर 4 जनवरी 2025 को गोइचला प्वाइंट 1 पर भारतीय ध्वज और स्वीप के प्रतीक चिह्न के साथ संविधान की उद्देशिका का पाठ किया, फिर प्वाइंट 2 जो कंचनजंघा के समीप वहां के चढ़ाई के लिए अभिराम बढ़ निकले, कम तापमान,आक्सीजन और बर्फीले हवाओं के बीच प्वाइंट 2 पर पहुंच मतदाता जागरूकता को समर्पित गीत गाकर अपने शहर के युवाओं को हिमालय की चोटी से आह्वान किया।
इस बर्फीले ठंड में स्वीप के मैसेज के साथ पर्वतारोहण करने वाले टीम इस मामले में भी अनोखा है कि अभियान में दो गुरु शिष्य शामिल हैं, विकास ओझा के पूर्ववर्ती छात्र अभिराम ने अपने प्रिंसिपल को न ही पर्वतारोहण जैसे साहसिक खेल के लिए तैयार किया अपितु एवरेस्ट बेसकैंप के उपरांत इस वर्ष हिमालय के गोइचला पर मजबूत लोकतंत्र के संदेश का पताका लहराया। यह इस बात का द्योतक है कि सीखने की कोई उम्र और सीमा नहीं, एक गुरु भी अपने शिष्य से सीख सकता है। यह पर्वतारोहण अभियान नागरिकों को चुनावी प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करने के साथ युवाओं का ध्यान स्वीप की ओर आकर्षित करने के लिए था ।
अभिराम सुन्दर बिहार विधानसभा चुनाव 2020 और लोकसभा चुनाव 2024 के इलेक्शन कमीशन इंडिया के स्वीप अंतर्गत बक्सर जिले के ब्रांड एंबेसडर हैं । अभिराम के द्वारा स्थापित रुद्रा गुरुकुल युवाओं का एक व्यवस्थित संगठित समूह है जो युवाओं के शारीरिक मानसिक स्वास्थ्य के उपर कार्य करने के साथ नशामुक्ति, जल संरक्षण,रोड सेफ्टी और कांउटर वायलेंस जैसे विषय पर कार्य कर रहा है । रूद्रा के युवा विगत वर्ष एवरेस्ट बेसकैंप, काला पत्थर, कांग्मा ला पास , आइलैंड पीक बेसकैंप , चोला पास,गोक्यो री, रेंजा ला पास , अमाडाबलाम बेसकैंप,छुकून री, शिवलिंगा और गोईचला प्वाइंट 2 पर ट्रैकिंग कर पर्वतारोहण के माध्यम से शहर के युवाओं को प्रकृति से संवेदना के स्तर पर संबंध विकसित करने का पहल किया।