-जिले के सभी उर्वरक प्रतिष्ठानों के खोलने एवं बंद करने का समय होगा निर्धारित
बक्सर खबर। जिलाधिकारी अमन समीर की अध्यक्षता में शनिवार को उर्वरक निगरानी समिति की बैठक हुई। जिसमें यह सहमति बनी की अब दुकानों को खोलने बंद करने का समय निर्धारित किया जाएगा। जो दुकानदार कृत्रिम किल्लत पैदा करेंगे। उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। जिलाधिकारी के कार्यालय कक्ष में आयोजित बैठक के दौरान जिला परिषद अध्यक्ष विद्या भारती, शंभू यादव विधायक ब्रह्मपुर, अजीत कुशवाहा विधायक डुमरांव, विश्वनाथ राम विधायक राजपुर व भाजपा के प्रतिनिधि परशुराम चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे। सभी ने अपने अपने सुझाव दिए। जिसको ध्यान में रखते हुए डीएम ने कृषि विभाग को निर्देश दिया कि रवि फसल की बुआई के लिए डीएपी की मांग ज्यादा रहती है।
इसलिए विभाग से अतिरिक्त आवंटन की मांग हो, उसका पत्र संबंधित विभाग को तत्काल भेजा जाए। सदस्यों के सवाल का जवाब देते हुए कृषि पदाधिकारी ने बताया कि पंचायत स्तर पर पदस्थापित सभी कृषि समन्वयकों को विभाग द्वारा उर्वरक निरीक्षक घोषित किया गया है। सम्बंधित क्षेत्र के किसानों द्वारा उर्वरक बिक्रेता पर शिकायत किये जाने पर कृषि समन्वयक द्वारा विधि सम्मत कार्रवाई की जायेगी। अगर ऐसा पाया जाता कि कृषि समन्वयक ने संबंधित उर्वरक बिक्रेता पर कोई कार्रवाई नहीं की तो उनपर कड़ी कार्रवाई की जायेगी। किसानों के लिए उर्वरक सम्बंधी शिकायत दर्ज कराने हेतु जिला नियंत्रण कक्ष का गठन किया गया है।
जिसके नोडल अधिकारी के रूप में शेखर किशोर, सहायक निदेशक,फसल प्रक्षेत्र नामित है। जिला नियंत्रण कक्ष का संपर्क सूत्र 9198879787, 7903767773 तथा 9473081675 है। इन मोबाईल नम्बर पर किसान उर्वरक से सम्बंधित शिकायत दर्ज करा सकते है। समिति में पराली प्रबंधन पर चर्चा की गई। समिति के सदस्यों को अवगत कराया गया कि पराली जलाने वाले किसानों पर सीआरपीसी की धारा 133 के तहत कार्रवाई के साथ-साथ पराली जलाने वाले किसान एवं उनके परिवार का किसान पंजीकरण तीन वर्षो के लिए ब्लॉक कर दिया जायेगा।