-शेरशाह ने मुगल बादशाह हुमायू को दी थी मात
बक्सर खबर। आज ही के दिन चौसा में 26 जून 1539 को शेरशाह व हुमायू के बीच युद्ध हुआ था। इस मौके पर चौसा में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित कर विजय दिवस मनाया गया। चौसा थर्मल पावर मजदूर यूनियन के बैनर तले आयोजित कार्यक्रम की अध्यक्षता यूनियन के महामंत्री डा. मनोज यादव व संचाालन सुनील कुमार मालाकार ने किया। उपस्थित सभी लोगों ने शेरशाह सूरी के तैल चित्र पर माल्यार्पण किया। अपने संबोधन में मनोज यादव ने कहा कि चौसा में शेरशाह-हुमायू बीच युद्ध हुआ था।
सदियों पहले का वाकया है। लेकिन, आज तक चौसा उपेक्षित है। युद्ध स्थल विरान पड़ा हुआ। इसके लिए अनेक लोग जिम्मेवार हैं। बैठक में प्रस्ताव पारित हुआ। लड़ाई वाले स्थान पर शेरशाह की प्रतिमा लगनी चाहिए। यहां सरकार को उनके नाम से स्टेडियम और कालेज की स्थापना करनी चाहिए। कार्यक्रम में उदय तत्वा, भरत पांडे, शैलेश कुशवाहा, चंदन चौधरी, कन्हैया माली, ठाकुर प्रसाद कानू, मुख्तार खान, सुदर्शन बिंद, रामेश्वर चौहान, बोधा माली, शेर माली, शिव मुनि राम, इदरीश खान, राम अशीष कुशवाहा, नितेश उपाध्याय निसार अहमद के अलावे अनेक लोग उपस्थित थे।