-शोक संतप्त हुआ बिहार, आजीवन याद किए जाएंगे उनके छठ गीत
बक्सर खबर। स्वर कोकिला के नाम से मशहूर बिहार की पद्म भूषण प्राप्त लोक गीत गायिका डॉ शारदा सिन्हा का मंगलवार को निधन हो गया। यह संयोग ही है, पूरे देश में उनके गाए छठ गीत मशहूर हैं। और आज 5 नवंबर को जब नहाय खाय के साथ छठ पूजा प्रारंभ हुई। शाम 9:20 बजे जब उनके निधन की खबर आई। जिसने पूरे देश को गमगीन कर दिया। डॉ शारदा सिन्हा पिछले कुछ दिनों से दिल्ली एम्स में दाखिल थीं।
27 को उनसे मिलने पहुंचे पूर्व केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे और उनके पुत्र अंशुमान ने साथ में तस्वीर लेते हुए स्वास्थ्य में सुधार की बात कही थी। लेकिन, मंगलवार की सुबह ही यह खबर आई। उनके शरीर में इंफेक्शन बढ़ता जा रहा है। और देर शाम निधन की खबर आई। दो वर्ष पहले 9 नवंबर 2022 को श्रीराम कर्मभूमि न्यास द्वारा आयोजित सांस्कृतिक समागम में शामिल होने बक्सर आई थी।
अगले दिन 10 नवंबर को चुरामनपुर में विश्राम कर रहे महान कथावाचक रामभद्राचार्य जी से मिलने वह केशव कुंज मैरेज हाल गई थी। जहां लोग देत काहे गारी बतात बबुआ, गीत रामभद्राचार्य जी को सुनाया था। इस खबर के साथ उनकी एक तस्वीर भी है। यहां के रहने वाले गिरीश पांडेय जी उस दृश्य को याद करते हुए भाउक हो गए। उन्होंने कहा हमें वह पल याद आ रहा है। जब वे हमारी माता जी से मिल बहुत खुश हुई थी।