बक्सर खबर। चौसा
चौसा-रामगढ़ पथ चौसा गोला और बनारपुर गांव के बीच च्यवन कालेज के समीप अंधा मोड़ है। यहां अक्सर वाहन दुर्घटना का शिकार होते हैं। वजह साफ है सामने अंधा मोड़ है। लेकिन प्रशासन है कि उसे इसकी कोई चिंता नहीं। पथ निर्माण विभाग तो जैसे सड़क सुरक्षा के लिए जिम्मेवार ही नहीं। शुक्रवार को यहां फिर एक हादसा हुआ। अहले सुबह 3 बजे के करीब एक तेज गति से बक्सर की ओर आ रही इनोवा कार अंधा मोड़ के पास असंतुलित हो गहरी खाई मे पलट गई।
वाहन में सवार एक ही परिवार के दो महिला बुरी तरह जख्मी हो गई। उपचार के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र चौसा ले जाया गया। लेकिन उनकी हालत को गंभीर देखते हुए वाराणसी रेफर कर दिया गया। परिजनों के अनुसार इनोवा में चालक, बच्चे व महिला समेत कुल आधा दर्जन लोग सवार थे। हालांकि बच्चों को अन्य लोगों को हल्की चोटें आई थी। जिन्हें चौसा से ही छुट्टी मिल गई। सभी इनोवा सवार वाराणसी से किसी कार्यक्रम में शामिल हो वापस डुमरांव लौट रहे थे।
गम्भीर घायलों में डुमरांव निवासी सिद्धनाथ तिवारी की 58 वर्षीय पत्नी सुनैना तिवारी, राजीव तिवारी की 32 वर्षीय पत्नी रश्मि तिवारी है। घटना के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन के खिलाफ गुस्सा भरा हुआ था। लोगों कह रहे थे आखिर कब प्रशासन अपनी जिम्मेवारी समझेगा। इतना खतरनाक मोड़ है। लेकिन यहां सुरक्षा के इंतजाम की बात कौन कहे सूचना का बोर्ड तक नहीं लगा। न जाने कितने लोग इस मोड़ की वजह से अपनी जान गवां चुके हैं।