इस बार आग उगलेगा आसमान, टूटेगा गर्मी का पिछला रिकार्ड

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बक्सर खबर। यदि मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो इस साल आसमान आग उगलेगा। गर्मी के पिछले सारे रिकॉर्ड टूट जाएंगे। जिस तरह पारा ऊपर चढ़ रहा है, उससे इसका सबसे अधिक दुष्प्रभाव हमारी खेती पर पड़ेगा। मौसम विभाग की घोषणा में काफी चिंताजनक बातें कही गई हैं। भारतीय मौसम विभाग के अलावा कई गैर सरकारी मौसम विज्ञान की संस्थाओं का अनुमान भी कुछ इसी तरह का है।
भारत के तापमान में पिछले सौ सालों में 0.60 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि हुई है। बीते तीन दशक में लू के थपेड़ों में भी बढ़ोत्तरी हुई है। जलवायु परिवर्तन पर 2014 में अंतर सरकारी पैनल की पांचवी आकलन रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक में पानी का संकट भी गहराता जा रहा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार इस साल अप्रैल से जून के दौरान गर्मी पिछले सारे रिकार्ड तोड़ देगी। राहत की बात यह है कि मानसून समय से आएगा। पिछले साल को मौसम विभाग सहित अन्य एजेंसियों ने अब तक का सबसे गर्म साल बताया था, पर इस साल तापमान पिछले साल के औसत से कुछ ही अधिक रहेगा। मौसम विभाग ने एक अप्रैल को घोषित अपने दूसरे पूर्वानुमान में बताया है कि दिल्ली सहित देश के कई हिस्सों में मार्च में ही तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक जा चुका है। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि कोई बड़ा पश्चिमी विक्षोभ आए बिना तापमान में कोई बड़ी गिरावट नहीं आने वाली है। पिछले दस सालों में यह पहला मामला है जब मार्च में दिन का तापमान इतना ऊंचा रहा।

1901 के बाद अभी तक 2016 सबसे ज्यादा गर्म साल रहा। उस दौरान राजस्थान के फलौदी में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। इस साल पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उड़ीसा और तेलंगाना में सामान्य से अधिक तापमान रह सकता है।
वैज्ञानिकों के शोध बताते हैं कि देश का न्यूनतम तापमान तेजी से बढ़ रहा है और आने वाले सालों में यह और तेजी से बढ़ता दिखाई देगा। एक अनुमान के अनुसार अगले चार साल में न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। यह भी दावा किया जा रहा है कि वर्ष 2050 तक न्यूनतम तापमान 2.3 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ जाएगा।

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देश के कई हिस्सों में मानसून के मुख्य चारों महीनों में औसत से कम बारिश की आशंका है। केवल पूर्वी भारत के हिस्सों खासकर ओडिशा, झारखंड और पश्चिमी बंगाल में अच्छी बारिश की संभावना जताई गई है।

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