बक्सर खबर। जमीन विवाद को लेकर 11 वर्ष पूर्व महेन्द्र पांडेय की हत्या कर दी गई थी। धनसोई थाना के सिताबपुर गांव में यह घटना 20 सितम्बर 2007 को हुई थी। मृतक के भाई विन्ध्याचल पांडेय ने दस लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। यह मामला त्वरित न्यायालय दो में चल रहा था। अन्य सात आरोपी साक्ष्य के अभाव में बरी हो गए। लेकिन तीन को दोषी पाया गया। इनमें से दो नन्हेलाल पांडेय उर्फ संतोष पांडेय एवं जगत पांडेय को सश्रम आजीवन कारावास की सजा हुई।
एक फरार अभियुक्त अशोक पांडेय के खिलाफ स्थायी तौर पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। त्वरित न्यायालय दो के न्यायाधीश विरेन्द्र सिंह ने आज शनिवार को फैसला सुनाते हुए 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। जिसकी 80 प्रतिशत राशि मृतक की पत्नी एवं शेष प्रतिशत राशि सरकारी कोष में जमा होगी। सरकार की तरफ से मुकदमें की पैरवी अपर लोक अभियोजक त्रिलोकी मोहन कर रहे थे। उनके अनुसार हत्या की वजह भूमि विवाद था।