-आर्थिक रुप से परेशान, व्यक्ति ने सुनाया दर्द
बक्सर खबर। घरों में शौचालय बनाने के लिए सरकार सहायता दे रही है। लेकिन, कुछ ऐसे लोग भी हैं। जो इसमें भी व्यवधान बने हुए हैं। दो हजार रुपये मांगते हैं। नहीं देने पर वे मिलने वाले भुगतान को बाधित कर देते हैं। हम यह कहें कि शौच का पैसा खाने वाले भी विभागों में बैठे हैं। तो यह गलत नहीं होगा। चक्की प्रखंड के चंदा पंचायत में गांव है परसियां। यहां के निवासी रामचन्द्र पांडेय ने 8 फरवरी की सुबह बक्सर खबर के नंबर पर संपर्क किया।
उन्होंने बताया मुकेश पाल नाम का युवक था। जो हमारे गांव आता था। हमने शौचालय बनवाया है। उससे अनुदान का आग्रह किया। उसने कहा दो हजार रुपये दीजिए। तब आपके खाते में राशि ट्रांसफर होगी। मेरी उम्र 80 वर्ष होने वाली है। मैं गरीब ब्राह्मण हूं, उससे बार-बार आग्रह किया। लेकिन, उसने एक न सूनी। मैं पैसे नहीं जुटा उसे नहीं दे पाया। इस लिए आजतक मुझे वह राशि प्राप्त नहीं हुई। क्या इस राज्य में सिर्फ रिश्वत देने वालों का ही काम होगा। मुकेश कौन था और क्या करता है। हमारा यह विषय नहीं है। लेकिन, अगर ऐसे लोग सरकारी महकमों में दलाली कर रहे हैं। तो इससे सुशासन की छवि धूमिल हो रही है। यह दर्द अकेले रामचन्द्र पांडेय का नहीं है। इस व्यवस्था पर लगाम लगाने की जरुरत है।
is sarkar me yahi sistam hai baba ka kariyega sab chhor hai