बक्सर खबर। डुमरांव
गलत लोगों का संग व्यक्ति को रसातल में पहुंचा देता है। यही हुआ बैंक कर्मी कमलेश तिवारी के साथ। शान-शौकत से जीवन गुजारने वाले तिवारी जिले के चौगाई के निवासी हैं। सोमवार की देर शाम नया भोजपुर ओपी की पुलिस ने उन्हें अपराधियों के संग गिरफ्तार किया। इस तथ्य का खुलासा पुलिस की पीसी में हुआ। एसपी राकेश कुमार ने यह जानकारी देते हुए गिरफ्तार तीन लोगों को मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। उनके अनुसार तिवारी का अपने भाई के साथ जमीन का विवाद है।
उन्हें शशिभूषण सिंह ने मदद का आश्वासन दिया था। जो मुरार थाना के मसर्हियां गांव का निवासी है। उसके पास से पुलिस ने सोमवार को तलाशी अभियान के दौरान एक देसी तमंचा व पांच कारतूस तथा तिवारी के पास से पांच कारतूस बरामद किया। उनके द्वारा जिस गाड़ी का इस्तेमाल किया जा रहा था। उसे भी पुलिस ने जब्त कर लिया है। गाड़ी का चालक नाथू सिंह पुत्र राधाकिशुन निवासी ग्राम मसर्हियां भी पकड़ा गया।
हत्या की नियत से खरीद गया था तमंचा
बक्सर। पुलिस ने जांच में पाया कि कुछ दिन पहले ही हत्या की नियत से यह तमंचा और कारतूस 11 हजार रुपये में खरीदा गया था। पूछताछ में पता चला कि तिवारी ने ही इसका भुगतान किया। जिसे शशिभूषण ने बगेन थाना के बरुहां गांव निवासी किसी शर्मा से खरीदा था। पुलिस उसे भी तलाश रही है। जो लोगों को तमंचा बेचता है।
बैंक में काम करते थे तिवारी
बक्सर। जांच में पता चला चौगाई निवासी कमलेश तिवारी विदेशी बैंक में कर्मचारी थे। उन्होंने सेवा निवृत होने से पूर्व ही रिटायरमेंट ले लिया। उसके बाद दार्जलिंग के लहवा में रहने लगे। 58 वर्ष की उम्र के हो चुके तिवारी लंबे समय के बाद 2016 में अपने गांव आए। उन्होंने शादी नहीं की है। यहां गांव आकर अपने हिस्से की जमीन परिवार वालों से मांगी। लेकिन पारिवारिक विवाद में मामला उलझ गया। छह कट्ठा जमीन उन्होंने शशिभूषण की बहन के नाम बेची। शशिभूषण जो अपराधी प्रवृति का है। उसने उनके भाइयों को सबक सीखाने की बात कही। लेकिन वे सभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।