बक्सर खबर। भारत वर्ष के महान तपस्वी, सन्यासी संत पूज्य जीयर स्वामी जी महाराज का चातुर्मास व्रत इन दिनों उत्तर प्रदेश के बलिया जनपद में चल रहा है। 10 अगस्त को अपनी कथा के दौरान उन्होंने कहा कि ज्ञान और सिदि्धयां होने से कोई संत अथवा साधु नहीं हो सकता। आचरण ही उसकी सबसे बड़ी पूंजी है। शास्त्र कहते हैं, यह मर्यादा सबके लिए आवश्यक है। चाहे आम व्यक्ति हो अथवा सन्सासी व संत। प्रवचन के अंश आप यहां सुन सकते हैं।