बक्सर खबर। चक्की प्रखंड के लक्ष्मणडेरा निवासी शहीद आईटीबीपी के सब इंस्पेक्टर धनजी यादव का शव आज सोमवार को गांव पहुंचा। अंतिम दर्शन के लिए पुरा दियारांच दोपहर से ही उमड़ा हुआ था। परन्तु शाम साढ़े चार बजे गांव पहुंचा। शव के पहुंचते ही पत्नी किरण देवी व मां श्यामरती देवी की चित्कार से पुरा गांव रो पड़ा। पिता श्रीराम यादव भी बेटे के शव को देखकर रो पड़े । आईटीबीपी के जवान व अधिकारी परिजनों को ढ़ाढ़स देते-देते स्वयं रो पड़े।
सबसे दर्दनाक महौल तब बना जब ताबुत खोलकर पत्नी को शव की अंतिम दर्शन के लिए लाया गया। शव देखते ही पत्नी की दहाड़ ने सब को निरूतर कर दिया। परिवार की बिगड़ती स्थिति देख भाई विश्राम यादव ने शव को तुरंत ही दरवाजे से हटा कर शमशान की तरफ लेकर चल दिये।
बेयासी घाट पर दी गई सलामी
बक्सर खबर । शहीद जवान धनजी यादव को आईटीबीपी के जवानों ने बेयासी घाट पर सलामी देकर अंतिम विदाई दी। इस दौरान बिहार के छपरा आईटीबीपी यूनिट के इंस्पेक्टर जितेन्द्र कुमार, संजीव कुमार, एएसआई अमर सिंह के अलावे काॅस्टेबल अभय कुमार, पवन कुमार, कुदंन कुमार, राजीव मिश्रा, चंदन तिवारी, विपीन तिवारी, रवि कुमार, कुश कुमार, बालगश ने सलामी देकर अपने साथी कि अंतिम विदाई दी।
डियूटी के दौरान भूस्खलन में शहीद हुआ था धनजी
बक्सर खबर । धनजी की मौत गुरूवार देर रात अरूणाचल प्रदेश के लोवर सियांग जिले में हुई। जब तेज बारिश के बीच आइटीबीपी की एक टुकड़ी बसर- आकजन मार्ग से बसर के निचले सियांग जिले जा रही थी। उसी दौरान भू-स्खलन के कारण पहाड़ का एक बड़ा टुकड़ा बीस जवानों की मिनी बस पर आ गिरा। जिसमें चार जवान की मौत हो गई वही छह जवान गंभीर रूप से घायल हो गये। उसी चार जवान में से एक भरियार ओपी के चक्की(लक्ष्मणडेरा) के रहने वाले धनजी यादव थे।