– चौसा के अंचल पदाधिकारी व 20 अज्ञात पुलिस कर्मियों का भी उल्लेख
बक्सर खबर। मुफस्सिल थाना के बनारपुर गांव में जिन किसानों के ऊपर पुलिस ने दस जनवरी की रात दमनकारी हथकंडा अपनाया। उनके द्वारा भी न्यायालय में परिवाद दायर किया गया है। पीड़ित पक्ष की तरफ से नरेंद्र तिवारी ने शिकायत की है। जिसमें कहा गया है कि मुफस्सिल के थानाध्यक्ष अमित कुमार, एसआई चन्द्रशेखर प्रसाद, चौसा के अंचल पदाधिकारी बृजबिहारी प्रसाद व एसजेवीएन व एसटीपीएल के सीओ मनोज कुमार द्वारा किसानों को प्रताड़ित किया जा रहा है। घटना की रात मनोज कुमार की सह पर ही थानाध्यक्ष अमित व 20 से अधिक पुलिस कर्मियों ने हमारे घर में प्रवेश कर परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट की।
कुछ लोगों को जबरन गिरफ्तार कर ले गए। कुछ पुलिस कर्मियों ने महिलाओं के आभूषण भी खींच लिए। इसकी शिकायत न्यायालय में 11 जनवरी को ही कर दी गई है। यह बात आज शुक्रवार को खुलकर मीडिया के सामने आई है। पाठकों की जानकारी के लिए बता दें। यह पूरा विवाद चौसा में बन रहे एसजेवीएन थर्मल पावर प्रोजेक्ट के कारण पनपा है। हालांकि थर्मल पावर की भूमि का अधिग्रहण पहले हो चुका है। लेकिन, फिलहाल वहां तक पानी की पाइप लाइन व रेल पटरी बिछाने के लिए अधिग्रहित हो रही है। किसानों का कहना है जो दर हमें मिल रही है वह लगभग दस वर्ष पुरान है। हमें नए दर से भुगतान किया जाना चाहिए। जिसको लेकर अक्टूबर 2022 से ही विरोध का सिलसिला चल रहा है।