बक्सर खबर। सदर प्रखंड के आधा दर्जन गांव पुलिया मुख्य पथ से जुड़े हैं। बक्सर-चौसा मुख्य पथ से इसका सीधा संपर्क है। ऐसा नहीं की यहां सड़क थी नहीं। लेकिन, हाल के कुछ वर्षो में उसका कबाड़ा निकल चुका है। ग्रामीण इस पथ के निर्माण को लेकर पिछले कुछ वर्षो से लगातार मांग कर रहे हैं। किसी ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अब चुनाव सर पर है। ऐसे में दो माह पहले ही यहां के लोगों ने पोस्टर जारी कर इसका खुलासा कर दिया था। सड़क नहीं तो वोट नहीं। आज रविवार को इन लोगों ने अपनी आवाज बुलंद करते हुए सामूहिक धरने का आयोजन किया।
सैकड़ों की संख्या में सुबह से ही ग्रामीण पुलिया विद्यालय के पास जमा हुए। चुनाव मौसम में मतदान का बहिष्कार वाली खबर मिलते ही मीडिया भी वहां पहुंची। फिर क्या था नारे बुलंद होने लगे। भीड़ इतनी जमा हुई कि सैकड़ों की संख्या हजारों में तब्दील हो गई। हम किसी नेता को यहां घुंसने नहीं देंगे। यह बात भी सुनने को मिली। मौके पर मिले नीरज राय ने बताया इस सड़क से गोविंनापुर, पुलियां, कोडरवा, लरई, मरई आदि गांव जुड़े हैं। यहां के ग्रामीणों को भारी परेशानी हो रही है। धरने का आयोजन ग्रामीणों द्वारा था। धरने के दौरान न तो कोई प्रशासनिक अधिकारी पहुंचा न ही किसी दल के नेता। सबको पता था वहां जाने का मतलब है विरोध झेलना होगा। मौके पर अखिलेश राय, संजय राय, अनिल राय, देव प्रसन्न उपाध्याय, रामाश्रय पासवान, हिमांशु राय, राकेश राय, पर्वत यादव, उपेन्द्र राय, राकेश साह, रामायण राम, बच्चा राय, मुकुल राय, धनंजय राय, बीरा, टंपू, रामाश्रय यादव, विजय पासवान, मिंटू राय, अमित, अवधेश, रविकांत राय मिले जिन्होंने कहा हमारी मांग सड़क है।