बक्सर खबर। न गांव में शराब बिकेगी, न उसे कोई बनाएगा। अगर ऐसा हुआ तो ग्रामीण स्वयं ऐसा करने वालों को पुलिस के हवाले करेंगे। इसकी शपथ ग्रामीणों ने प्रशासन की मौजूदगी में ली। शराब निर्माण के लिए बदनाम हो चुके लाखनडिहरा पंचायत के बंझू डेरा व नोनियाडेरा के ग्रामीण अब शराब को हाथ तक नहीं लगाएंगे। दोनों गांवों में अब न तो शराब का निर्माण होगा और नही इसकी तस्करी। बल्कि शराब निर्माण करने की कोशिश करने वालों को गांव के युवा अच्छा सबक भी देंगे।
रविवार को एसडीएम हरेन्द्र राम व एसडीपीओ केके सिंह के नेतृत्व में दोनों गांव के युवाओं तथा महिला-पुरूषों की एक संयुक्त बैठक हुई।जिसमें यह निर्णय लिया गया। सभी ग्रामीणों ने प्रशासनिक व पुलिस पदाधिकारियों के समक्ष भविष्य में कभी शराब निर्माण नहीं करने की शपथ भी ली। खास यह कि इस बैठक का आयोजन भी दोनों गांव के युवाओं की पहल के बाद ही किया गया था। जिसका नेतृत्व बंझू डेरा का युवक संतोष कुमार कर रहा था। संतोष ने ही एसडीएम व एसडीपीओं के साथ अन्य पदाधिकारियों को अपनी मंशा जता बैठक कराने का निवेदन किया था। बैठक के दौरान ग्रामीण महिला व पुरूषों ने एक स्वर में शराब नहीं बनाने का संकल्प लिया। वही एसडीएम ने शराब निर्माण से विमुक्त हुए लोगों को वैकल्पिक रोजगार देने का आश्वासन भी दिया। एसडीएम ने ग्राम रक्षा दल के गठन की बात भी कही। बैठक में बीडीओ प्रमोद कुमार, सीओ विजय कुमार सिंह, थानध्यक्ष संतोष कुमार, लाखनडिहर पंचायत के मुखिया संतोष कुमार सिंह, ग्रामीण संतोष चैधरी, हरेन्द्र चैधरी, राकेश चैधरी, मनोज चैधरी, बब्लू चैधरी, अन्टू चैधरी, सत्येन्द्र चैधरी, रविन्द्र चैधरी समेत सैकड़ो ग्रामीण थे।