बक्सर खबर। शराब की तस्करी में बहुत से सफेदपोश शामिल हैं। यह बात समय-समय पर सामने आती है। लेकिन रसुख के कारण मामला पर्दे के पीछे ही रफा-दफा हो जाता है। इस खेल में एक नया अध्याय गुरुवार को जुड़ गया। जब कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र में शराब से भरी ट्रवेरा कार पकड़ी गई। पुलिस उसे जब्त कर थाने ले आई। आज शुक्रवार को पीसी बुलाकर मीडिया के सामने बरामद शराब और गाड़ी को प्रस्तुत किया गया। थाने में खड़ी गाड़ी के शीशे पर एक शब्द लिखा था। जिसे देखकर सबके जेहन में सवाल उठ रहा था। क्या पत्रकार भी शराब के धंधे में शामिल हैं।
हालाकि यह महज शक है। पर शक अपने पीछे कई सवाल छोड़ जाता है। उत्तर प्रदेश नंबर की गाड़ी पर हिन्दी भाषा में पत्रकार शब्द लिखा था। पाठक यह जान लें। कुछ दिनों पहले गोलंबर के पास गंगा सेतु थाने ने एक स्कार्पियो पकड़ी थी। जिसपर भाजपा का झंडा लगा था। तब मीडिया में खबर आई। भाजपा का झंडा लगाकर हो रही है शराब की तस्करी। अब अगर पत्रकार लिखकर कोई ऐसा करता है। तो मीडिया का नाम बदनाम तो होगा ही। ऐसा भी हो सकता है। कुछ मीडिया वाले इसमें शामिल हों। इस लिए जरुरी है कि मुंह सुंघवा मशीन से का इस्तेमाल मीडिया पर हो। इससे एक लाभ होगा। जो लोग ऐसा करते होंगे। वे पुलिस और उत्पाद विभाग के कार्यालय से दूरी बनाकर रखेंगे।