बक्सर खबर। अहिरौली आयुर्वेद कालेज(धन्वन्तरी आयुर्वेद महाविद्यालय एवं चिकित्सालय) के परिसर में पिछले साठ दिन से धरना चल रहा है। इसमें शामिल हैं वैसे कर्मचारी व पदाधिकारी जो इस कालेज के कर्मचारी थे। लेकिन सरकार ने एक आदेश से सबको हटा दिया। इसके विरोध में कर्मचारी लगातार दो माह से धरना दे रहे हैं।
उनका कहना है 17 वर्ष तक स्थायी कर्मचारी के रुप में हम लोगों ने काम किया। अचानक बगैर की सूचना, प्रस्ताव अथवो जांच के सबको सेवा मुक्त कर दिया गया। इसके खिलाफ हटाए गए कर्मचारियों व आश्रितों द्वारा स्वास्थ्य मंत्री, मुख्य सचिव, महिला आयोग समेत दर्जनों जगह अपनी बात रखी है। लेकिन इनकी कोई सुनने वाला नहीं। इन कर्मियों ने बुधवार को इसका पुरजोर विरोध किया। उनके अनुसार बहरी सरकार जब तक हमारी नहीं सुनेगी विरोध जारी रहेगा।
धरने की अध्यक्षता अवध बिहार पांडेय एवं संचालन सचिव संजय कुमार पांडेय ने किया। धरने में हरेन्द्र नाथ उपाध्याय, अनिल कुमार मिश्रा, प्रमोद कश्यप, देवेन्द्र प्रसाद सिंह, बबन ठाकुर, राजीव कुमार पांडेय, संतोष चौरसिया, मो. सरफूद्दिन, डा. रंगनाथ पाठक, डा. अरविंद कुमार, रामसुंदर चौधरी, माधुरी देवी, संजय कुमार, बरमेश्वर राम, प्रमोद कुमार आदि लोग उपस्थित रहे।