-किसानों की लाइफ लाइन नहर दो साल पहले होनी थी चालू
बक्सर खबर। सरकार की महत्वाकांक्षी योजना और किसानों के लिए लाइफ लाइन साबित होने वाली 64.23 करोड़ की निकृष नहर परियोजना का कार्य अभी अधर में लटका हुआ है। इस योजना से राजपुर और चौसा प्रखंड के दर्जनों गांव की हजारों एकड़ भूमि सिंचित होने वाली है। इस इलाके रहने वाले पत्रकार चन्द्रकेतु पांडेय बताते हैं कि कजरियां, नागरपुर, रामपुर, डेहरी, संग्राव मंगरांव आदि पंचायतों को लाभ मिलना है। लेकिन, यह लोग समझ नहीं पा रहे हैं यह नहर कैनाल चालू कब होगा। क्योंकि बार-बार इसका समय बढ़ता ही जा रहा है।
जबकि 25 मई से रोहिणी नक्षत्र चढते ही किसान धान के बिचड़े डालने लगते है। लेकिन मंद गति से चल रहे कार्य से मानो इस बार भी धान की पटवन भगवान भरोसे ही होगा। परियोजना स्थल पर लगा बोर्ड पर पूरा ब्यौरा अंकित है। बोर्ड पर प्रोजेक्ट को पूरा करने का आखिरी समय लगभग 30 जून 22 तक है। लेकिन साल 2024 का पहला क्वार्टर बीतने वाला है, अभी भी इस नहर परियोजना के चालू होने का कोई संकेत नहीं मिल रहा है। किसानों के मन में यह भी सवाल उठता है कि आखिर हो रही इस देरी के लिए जिम्मेदार कौन है?
-सिविल का कार्य हुआ पूरा, पाइप लाइन और रोड़ क्रॉसिंग कल्वर्ट का काम बाकी
बक्सर खबर। इस कार्य को पुरा करने का जिम्मा दो एजेंसी पर था। पहला सिविल निर्माण का कार्य मेजर्स बैद्यनाथ निर्माण प्राइवेट लिमिटेड के जिम्मे था। हालांकि लेट-लतीफ ही अपना कार्य इस एजेंसी ने पूरा कर दिया। मैकेनिकल का काम देख रही फ्लो मोड एजेंसी ने पाइपलाइन कनेक्शन का कार्य प्रारंभ किया। एक अभियन्ता के मुताबिक 98% पाइपलाइन बिछाने का काम भी पूरा कर लिया गया है। लेकिन रोड क्रॉसिंग कन्वर्ट बनने के बाद शेष दो परसेंट कार्य भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
लेकिन सवाल यह उठता है कि यह रोड क्रॉसिंग कन्वर्ट कब बनकर तैयार होगा। इसे कौन बनायेगा। बताया जाता है कि इसके लिए टेंडर निकाला गया था। कुछ लोगों ने कोट भी किया। लेकिन अभी तक रोड क्रॉसिंग कन्वर्ट बनाने का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है। जो निकृष के पास ही चौसा मोहनिया मुख्य मार्ग को पार करना है।