छात्रों ने अनुशासन और सटीक खेल योजना से समारोह को सफल बनाया, शपथ लेकर अगली चुनौतियों से निपटने को तैयार बक्सर खबर। शहर के हेरिटेज स्कूल में आयोजित तीन दिवसीय दिलीप पाठक मेमोरियल स्पोर्ट्स मीट का समापन हर्षोल्लास के साथ हो गया। खेलकूद समारोह के तीसरे दिन कक्षा छठवीं से लेकर 12वीं तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया। इस अवसर पर विभिन्न हाउसों के छात्र-छात्राओं ने बैडमिंटन, क्रिकेट, फुटबॉल, वॉलीबॉल, कबड्डी, ताइक्वांडो,वुशु , जेवलिन थ्रो , शॉट पुट आदि खेलों में हिस्सा लिया। बुधवार को खेल के दूसरे दिन के सभी विजेताओं व तीसरे दिन के कुछ विजेता खिलाड़ियों को अतिथियों द्वारा मेडल व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। शेष खिलाड़ी व ग्रुप गेम्स के सभी विजेताओं को विद्यालय के संस्थापक दिलीप पाठक के पूण्य तिथि 22 दिसम्बर यानी रविवार को सम्मान समारोह आयोजित कर अतिथियों द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
हेरिटेज स्कूल अर्जुनपुर के प्रांगण में विद्यालय के संस्थापक “ दिलीप पाठक मेमोरियल स्पोर्ट्स मीट “ के तीसरे दिन की शुरुआत विद्यालय के प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक , निदेशक डॉ प्रदीप कुमार पाठक, स्मृति कॉलेज एवं एप्टेक के निदेशक डॉ रमेश कुमार राय, समाज सेवी हामिद रजा खान, बक्सर पब्लिक स्कूल के निदेशक निर्मल कुमार सिंह, प्राचार्या डॉ सुषमा कुमारी एवं वरिष्ठ शिक्षक डॉक्टर श्रीनिवास चतुर्वेदी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। विद्यालय के प्रेसिडेंट एवं निदेशक ने सभी अतिथियों को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। प्रतियोगिता को सफलता के साथ संपादित कराने में विद्यालय के सभी शिक्षकों के अलावा विशेष रूप से फिजिकल टीचर राम रतन पाठक तथा उनके खेल सहयोगी के रूप में तकनीकी पदाधिकारी अमीषा कुमारी, अंकुश कुमार एवं लव शर्मा का अमूल्य योगदान रहा। विद्यालय प्रबंधन के द्वारा इन सभी खेल जगत के वरिष्ठ एवं राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों को अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देकर सम्मानित किया। प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक ने छात्रों को जीवन में नित्य नई सफलता के लिए प्रयास करने हेतु प्रेरित किया। उन्होंने सभी प्रतिभागियों को खेल में हार जीत की भावनाओं से ऊपर उठ कर खेल एवं स्वास्थय शिक्षा के प्रति उत्प्रेरित होने की दिशा में आगे बढ़ने की बात कही। शारीरिक शिक्षा का मानवीय जीवन के परिवेश में प्रतिष्ठा के साथ जीविका के संभावनाओं को भी दर्शाया।
वार्षिक खेलकूद समारोह का तीसरा और अंतिम दिन बहुत ही आनंददायक एवं शानदार रहा। बच्चों ने असीम ऊर्जा एवं उत्साह के साथ खेलों में अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए सम्मानित होते हुए खुशियों से झूम पड़े। विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों ने सही निर्देशन एवं अनुशासित प्रबंधन द्वारा बच्चों के उत्साह को बढ़ाते हुए अंतिम दिन के खेल प्रतियोगिता को संपादित कराया। बच्चों ने भी अपने अनवरत अभ्यास, सही खेल योजना और अनुशासन का पालन करते हुए इस समारोह को सफल बनाया और अपनी अगली चुनौतियों के सामना करने के लिए शपथ ली। डॉ प्रदीप कुमार पाठक ने विद्यार्थियों को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए बधाई दी। बच्चों को जीवन में सफल होने के लिए नियमित एवं नियत लक्ष्य के साथ निरंतर प्रयास करने के लिए अपील की। उन्होंने ने कहा कि सतत प्रयास कठिन से कठिन परिस्थितियों में भी सफलता को स्थापित कर देता है। साहस के साथ चुनौतियों का मुकाबला विपरीत परिस्थिति में भी जीत दिलाता है। अतः हार जीत से परे रहकर अपने लक्ष्य का निर्धारण करते हुए किसी भी प्रतियोगिता के लिए प्रयास करके, निश्चित तौर पर आप एक समृद्ध एवं शानदार व्यक्तित्व के स्वामी हो सकते हैं। आप सभी आने वाले समय के समृद्ध समाज के नेतृत्वकर्ता है। खेल सिर्फ आत्म विश्वास को ही नहीं बढ़ाता अपितु कार्य कुशलता में प्रवीणता भी स्थापित करता है।
प्राचार्या डॉ सुषमा ने अपने संबोधन में बच्चों को खेल भावना का सम्मान करते हुए सभी प्रकार के खेलों को समाज में उचित स्थान प्रदान करने की बात कही। ध्यान पूर्वक खेलने वाले खिलाड़ी अक्सर जीत का स्वाद चखते हैं। खेलकूद प्रतियोगिताओं का आयोजन बच्चों के जीवन में हर चुनौतियों का सामना करने एवं सही निर्णय करने के लिए आत्म विश्वास को मजबूत करता है। खेल शारीरिक और मानसिक दोनों ही रूप से मजबूत बनाता है। शिक्षा के साथ-साथ खेल भावना का विकास बहुत आवश्यक है जिससे राष्ट्र को अंतर्राष्ट्रीय पहचान के साथ मजबूत बनाया जा सकता है। कार्यक्रम के अंत में निदेशक डॉ प्रदीप कुमार पाठक एवं प्रेसिडेंट प्रेम कुमार पाठक ने सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक-शिक्षिकाओं को शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्वल भविष्य की कामना की।