बक्सर खबर। शादीशुदा महिला को मौत के घाट उतारने की साजिश थी। घर वालों ने उसे पहले बेरहमी से पीटा। अंधेरा होते ही हाथ-पैर बांध दिए। गांव से दूर लेजाकर रेलवे पटरी पर उसे जिंदा लाश की तरह लिटा दिया। लेकिन, उसकी किस्मत अच्छी थी। ट्रेन आने से पहले ही कुछ लोगों की नजर उसपर पड़ गई। बंधन से मुक्त करा लोगों ने बरुना स्टेशन पहुंचाया। जहां से वह शनिवार की रात ही डुमरांव पहुंची। वहां मिले लोगों को अपना नाम मीरा देवी पत्नी उमाशंकर यादव बताया। उसने कहा मैं मायके कोरानसराय जाना चाहती हूं। क्योंकि ससुराल वाले मेरी जान लेना चाहते हैं।
सुनने वाले लोग दंग रह गए। उसे मदद कर गांव भेजा। सूत्रों के अुनसार पीडि़त महिला ने इसकी प्राथमिकी दर्ज नहीं कराई है। उसकी शादी ड ुमरांव थाना के बरुना गांव में हुई थी। जहां से वह ट्रेन द्वारा डुमरांव आई। उसने बताया मेरी दो बेटियां है। शादी के पांच-छह वर्ष गुजर गए हैं। बेटे के लिए मुझे अक्सर ताना दिया जाता है। मेरे भसुर राहुल यादव में मुझे मारा और गांव से दूर मरने के लिए पटरी पर छोड़ दिया। डुमरांव यात्री कल्याण समिति के राजीव रंजन सिंह ने कहा हमने उसे गांव तक जाने में मदद की है। घटना की सच्चाई क्या है यह तो परिवार वाले ही जाने।
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