बक्सर खबर। वेतन नहीं तो काम नहीं के नारे के साथ स्वास्थ विभाग के कर्मियों ने आज सोमवार को सिविल सर्जन कार्यालय के समक्ष प्रदर्शन किया। बिहार चिकित्सा एवं जन-स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले हो रहे प्रदर्शन में राज्य अध्यक्ष अरुण कुमार ओझाा एवं जिला मंत्री आनंद कुमार सिंह मौजूद रहे। नेताओं ने कहा कि बिहार सरकार महिला सशक्तिकरण के नारे दे रही है। स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत 2211 शीर्ष से जिन लोगों को वेतन मिलता है। वह दो माह से किसी का छह माह से बकाया है। इसमें अधिकांश महिलाएं हैं।
राज्य में ऐसे भी जिले हैं जहां 15 माह का तक का बकाया है। यही नहीं स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत आशा एवं महादलित परिवार की ममता को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी नहीं हो रहा है। प्रदर्शनकारी यह मांग कर रहे थे कि रीक्त पदों पर संविदा कर्मियों को बहाल किया गया है। उनकी सेवा भी नियमित होनी चाहिए। सीएस के घेराव में कर्मचारी नेताओं के साथ आशा और ममता कर्मियों ने भी हिस्सा लिया।