बक्सर खबर : इजराइल की राजधानी येरुशलम में होगी। अमेरिका के दादागिरी का पुरी दुनिया विरोध कर रही है। दर्जन भर अबर देश का विरोध कर चुके हैं। अमेरिका के मित्र राष्ट्र ब्रिटेन, फ्रांस व जापान ने भी इसे गलत करार दिया है। बावजूद इसके ट्रंप ने अपने विटो का प्रयोग कर यह फरमान जारी किया है। ऐसे में भारत की चुप्पी सबको हैरान करने वाली है। कुछ दिनों पहले इजराइल गए भारतीय प्रधानमंत्री ने कहा था हमारी दोस्ती स्वर्ग में बनी थी। बावजूद इसके यह कैसी चुप्पी है। यह परिवर्तन घातक है। इस अमेरिका परस्ती का ऐप्सो विरोध करता है। यह बातें एप्सो के राष्ट्रीय सचिव डा. दीपक राय ने कही। यह निर्णय दुनिया को युद्ध की तरफ धकेलने का कदम है।
शुक्रवार को इस निर्णय का विरोध करते हुए संगठन की बैठक चरित्रवन में हुई। जिसकी अध्यक्षता डा. राय ने की। कार्यक्रम में शामिल गांधी वादी चिंतक जंगबहादूर जयपुरिया, संगठन के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र कुमार शर्मा, रामजी राय, विवेक केशरी, ओम प्रकाश राय, सिने समीक्षक राम मुरारी राय, विकास, वंदना राय, नूतन राय, सरिता कुमारी, कवि शशांक शेखर, अखिलेश, लक्ष्मण कुमार, पृथ्वी, कौशिक, पंकज कुमार, श्रेया, रागिनी, रामनाथ सिंह, कृष्ण मुरारी, फारुख अली अंसारी, सरोज राय, स्वाति, अभिषेक, उमेश कुमार सिंह आदि शामिल हुए। सभी ने अमेरिका के इस निर्णय की आलोचना की।