बक्सर खबर । रालोसपा के प्रदेश महासचिव अरुण कुमार कुशवाहा (मौर्य) के भाई विक्रमादित्य कुशवाहा की अपराधियों ने हत्या गोली मार कर दी। घटना सिकरौल मुख्य मार्ग पर भभुअर गांव के पास हुई। पहली सूचना उनके भाई व रालोसपा नेता अरुण मौर्य (कुशवाहा) को किसी ने फोन कर दी। उन्होंने बक्सर खबर से बातचीत में कहा मैं बाइक से घटना स्थल के लिए रवाना हुआ। रास्ते में इसकी सूचना मुफस्सिल थाने चौकी ( रेलवे चौकी इटाढ़ी गुमटी) को दी। स्वयं बाइक चलाकर भभुअर पहुंचा। उनको लेकर सदर अस्पताल पहुंचा। जहां डाक्टरों ने वाराणसी के लिए रेफर किया। लेकिन, एंबुलेंस में शव रखते वक्त ही पता चला उनकी सांसे बंद हो चुकी है।
अरुण कुमार के अनुसार भाई बिक्रमादित्य सिकरौल थाना के दिवान के बड़का गांव में स्वर्ण आभूषण की दुकान चलाते थे। शाम में दुकान बंद कर वहां से लौट रहे थे। तभी यह हत्या हुई। पुलिस पूरी तरह मूकदर्शक बनी हुई है। जिले में हत्याओं का दौर जारी है। फिलहाल हत्या के विरोध में सामाजिक व राजनीतिक लोग शव के साथ ज्योति चौक पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इनके गांव जगदीशपुर (थाना मुफिस्सिल ) से भी लोग यहां पहुंच चुके हैं।
बीस हजार का चेक लेकर मौके पर मौजूद है प्रशासन
बक्सर : मौके पर जिला प्रशासन की टीम मौजूद है। सदर एसडीओ गौतम कुमार, डीएसपी शैशव यादव, मुफस्सिल थाना और नगर थाने की टीम कैंप कर रही है। प्रशासन मृतक के परिजनों को बीस हजार रुपये का चेक प्रदान करने की बात कह रहा है। जो परिजनों को मंजूर नहीं है। साथ ही वे अपराधी की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। मौके पर मौजूद सदर डीएसपी शैशव यादव ने कहा हम हत्या के कारणों का पता लगाने में जुटे हैं। पुलिस घटना स्थल, उनके गांव आदि जगहों पर पहुंची हुई है। कारणों का पता लगाया जा रहा है।
प्रशासन पर नहीं है भरोसा
बक्सर : जाम में मौजूद लोगों का कहना है हमें प्रशासन पर भरोसा नहीं। 25 नवम्बर विनोद कुशवाहा की हत्या हुई थी। प्रशासन ने तब भी मुआवजे का आश्वासन दिया था। चार माह का समय गुजर गया। आज तक मुआवजा नहीं मिला। यहीं वह जगह है जहां जाम हुआ था। क्या मिला मुआवजा तो दूर पुलिस उसे इंसाफ भी नहीं दिला पाई। उल्टे प्रदर्शन करने वालों पर मुकदमा हुआ। इससे तो अच्छा है हमें भी प्रशासन जेल में डाल दे। ताकि कोई इसके खिलाफ आवाज उठाने वाला नहीं रहे। एक दिन पहले पुलिस ने पीसी कर एक जिंदा करातूस और तमंचे के बल पर आधा दर्जन मामलों के आरोपी के पकडने का दवा किया था। लेकिन वित्तीय वर्ष के पहले ही दिन अपराधियों ने एक हत्या कर यह खुलासा कर दिया। सिलसिला चलता रहेगा। जो पुलिस के लिए बडी चुनौती है।