बक्सर खबर। जिनके संस्कार अच्छे होते हैं। उनका हृदय दूसरों की तकलीफ देख द्रवित हो जाता है। अपना जिला पड़ोसी उत्तर प्रदेश की सीमा लगा हुआ है। यहां प्रतिदिन हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पैदल अथवा अन्य वाहनों से आ रहे हैं। इसमें पश्चिम बंगाल से लेकर आसाम और उड़ीसा तक के लोग शामिल हैं। इन लोगों को पैदल सफर करता देख जगह-जगह लोगों ने शिविर चलाना प्रारंभ कर दिया है।
इसी कड़ी में रामोबरिय गांव के युवाओं व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने पडऱी गांव के पास पैदल एवं वाहनों से जा रहे प्रवासी मजदूरों के बीच भोजन का पैकेट वितरित किया। महामारी में युवाओं का सहयोग पैदल चल रहे प्रवासी श्रमिकों के लिए संजीवनी का काम कर रहा है। यहां के प्रवीन कुमार सिंह ने बताया कि लाचार एवं भूखे प्यासे चल रहे प्रवासी मजदूरों की सेवा कर मन को शांति प्राप्त हो रही है।