बक्सर खबर: मुर्गा व्यवसायी हत्या कांड के आठ माह गुजर चुके है। परन्तु डुमरांव पुलिस के हाथ अभी तक खाली है। जब पिछले कुछ महीनों से कप्तान उपेन्द्र कुमार शर्मा के नेतृत्व में बक्सर पुलिस का यह चेहरा सामने आया है कि घटनाओं को जल्द ही खुलासा कर अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया है। परन्तु मुर्गा व्यवसायी सुरेन्द्र हत्या कांड पुलिस का यह रूख साफ जाहीर करता है कि मामले को दबाने के साथ अपराधियों को बचाने में लगी है। यह युक्त बाते युवराज चंद्रविजय सिंह ने बक्सर खबर से कही। उन्होने कहा कि सुरेन्द्र की पत्नी माला गुप्ता व बुढ़ा पिता के साथ मासूम बच्चे इंसाफ के लिए थानें सहित पुलिस पदाधिकारियों के चक्कर लगा रहे है। परन्तु आठ माह बाद भी एक पत्नी, एक बुढ़ा बाप, मासूम बच्चे यह नही समझ पा रहे है कि आखिर क्यूं मेरा प्यार, मेरा सहारा, मेरा पिता का छांव छिना गया। आखिर कौन है। यह पर्दा पुलिस किस परिस्थिति के कारण नही हटा रही है वह तो पुलिस ही बता सकती है। परन्तु एक बात साफ है कि डुमरांव पुलिस अपराधियों को बचाने में जुटी है। युवराज ने कहा कि अगर एक माह के अंदर पुलिस हत्या कांड के पिछे छीपे लोगों को सामने नही लाती है। तो जन आंदोलन किया जायेगा।
ज्ञात हो कि 19 अप्रैल को दिनदहाडे हथियारबंद अपराधियों ने राज स्कूल के समीप व्यवसायिक परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी थी। हत्यारों की गिरफ्तारी को लेकर आंदोलन भी चला, लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला।