बक्सर खबरः मध्य बिहार ग्रामीण बैंक के कर्मीयों ने अपनी आठ सुत्री मांगों को लेकर गुरूवार से दो दिवसीय हड़ताल है। अखिल भारतीय ग्रामीण बैक आॅफिसर्स एण्ड इम्पलाईज एसोसिएशन के अह्वान पर किया गया है। जिसके समर्थन में शाहाबाद मध्य बिहारग्रामीण बैंक आॅफिसर्स एसोसिएशन ईकाई ने बंद का निर्णय लिया है। केन्द्रीय प्रतिनिधी अंजनी कुमार ओझा ने बताया कि सरकार मध्य ग्रामीण बैंक के कर्मीयों के साथ वादा खिलाफी की है। जिसके कारण हमें एक बार फिर काम बंद करना पड़ा। हम जिन मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल पर है। उनमें वाणिज्य बैकों की तरह पेंशन की सामनता। दसवें द्विपक्षीय वेतन समझौता में मिले समझौताओं को लागू करना। अनुकम्पा के अधार पर नौकरी। नई प्रोन्नत निति के त्रुटियों का निराकरण। मानव शक्ति पर अधारित निति में सुधार करन। बैंकों के निजीकरण का विरोध। आउट र्सोसिंग पर रोक लगाने। श्रामिक अधिनियमों और कर्मचारी के हितों को छेड़-छाड़ करना आदि मांगे प्रमुख है। ओझाा ने बताया कि इन मांगों को लेकर कर्मी 1 मार्च को संसद के समक्ष धरना दिया गया था। इन्ही मांगों को लेकर मध्य ग्रामीण बैंक के कर्मी 10 और 11 मार्च को हडताल पर है। जिले के विभिन्न शाखाओं के भ्रमण के बाद संघ के पदाधिकारियों ने राजगढ़ परिसर में विमलेश कुमार की अध्यक्षता में बैठक हुयी। जिसमें हडताल को सफल बताया गया। केन्द्रीय प्रतिनिधी अंजनी ओझा ने अगले दो दिन तक बैककर्मी से एकजुटता के साथ डटे रहने की अपील की। बैठक में संघ के पदाधिकारी आशुतोष कुमार, मदन प्रसाद,मो. मुश्ताक, मनोज कुमार पाठक, अशोक कुमार सिंह, शिव मंगल विहारी बारी, दिनेश प्रसाद, सुनिल गुप्ता एवं अन्य लोग मौजूद थे। वही दुसरी तरफ लग्न के दिन होने के कारण हडताल से उपभोक्ताओं को काफी परेशानी उठानी पड़ी।